मंगलवार को शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे मगरलोड ब्लाक के ग्राम पालवाड़ी के किसानों ने बताया कि गांव में 15 किसानों की करीब ३० एकड़ जमीन को विशाखापटनम सिक्स-लेन सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण किया है। प्रभावित किसान सुरेन्द्र नेताम, जीवराखन मरकाम, कृपाराम मरकाम ने बताया कि पालवाड़ी के किसान सालभर से मुआवजा के लिए दफ्तरों का चक्कर काट रहे हैं। कभी तहसील दफ्तर तो कभी एसडीएम और कलेक्ट्रेट जाते हैं, फिर भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
किसानों ने बताया कि गांव में ट्यूबवेल, डबरी, विद्युत पोल, तार व अन्य पानी का स्त्रोत वाली जमीन को अधिग्रहित कर लेने से किसानों के समक्ष चिंता बढ़ गई हैं, क्योंकि पालवाड़ी को छोड़कर आसपास के गांव बेधवापथरा, सारंगपुरी, खैरभर्री, कोटरवाही आदि गांवों के प्रभावित किसानों को मुआवजा बांट दिया गया है, सिर्फ उनके साथ ही क्यों भेदभाव किया जा रहा है। उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद अपर कलेक्टर चन्द्रकांत कौशिक ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। कलेक्ट्रेट पहुंचने वालों में उर्मिला बाई, तीजूराम, फगनी बाई, माधव राम, अगरो बाई आदि शामिल थे।
फसल में चलाया बुलडोजर महिला किसान अगरौतीन बाई, समारी बाई, अक्तूराम बाई, सुरेश कुमार ने बताया कि बार-बार दफ्तरों का चक्कर काटने के बाद भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो किसानों ने अपने जीवन यापन के लिए खेत में धान की फसल लगा दिया। खेतों में धान का पौधा सम्हलते ही भारतमाला परियोजना के काम में लगे टीम द्वारा उनकी खेतों में बुलडोजर चलाकर फसल को बर्बाद कर दिया।
..तो करेंगे आंदोलन किसान भगवान सिंह, रामप्रसाद, गोपीचंद, निर्भय राम का कहना है कि भारत सरकार की सड़क के लिए उनकी खेती-बाड़ी अधिग्र्रहित कर लिया, लेकिन सरकार ने उन्हें मुआवजा नहीं दिया। जब तक उनकी कीमती जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष करते रहेंगे।