CG Patwari Strike: 174 पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, इधर तहसीलदार छुट्टी में…राजस्व विभाग का काम ठप
Patwari Strike: अपनी 32 सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारी हड़ताल पर चले गए हैं। साथ ही तहसीलदार भी छुट्टी में है। इसकी वजह से राजस्व विभाग में काम ठप हो गए है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
Patwari Strike In Dhamtari: धमतरी में 8 जुलाई से जिलेभर के 174 पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इधर महासमुंद जिले में तहसीलदार पर हमले को लेकर तहसीलदार व नायब तहसीलदार 12 जुलाई तक छुट्टी पर हैं। इनके आंदोलन से राजस्व का काम ठप हो गया है। पक्षकार भटक रहे हैं। जिला प्रशासन भूअभिलेख अधीक्षकों की ड्यूटी लगाकर काम निपटाने का दावा जरूर कर रहा, लेकिन कामकाज बिल्कुल ठप है।
तहसील कार्यालय पहुचने वाले लोग उल्टे पैर वापस लौट रहे। पटवारियों की हड़ताल से तहसीलों में आय,जाति, निवास प्रमाण पत्र,बटवारा, नामांतरण, सीमांकन सहित अन्य राजस्व कार्य नहीं हो रहे। वर्तमान में जिले के 7 तहसीलों में 4000 से अधिक केस पेंडिंग है। 4 दिनों में पेंडिंग की संया और बढ़ गई होगी। सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों और पालकों को हो रही है। आय,जाति, निवास के काम लटक गए हैं।
पटवारी पुराने मांगों के अलावा 32 समस्याओं को लेकर आंदोलन पर चले गए हैं। प्रमुख मांगों में सहायक प्रोग्रामरों की स्थापना करने, लिपिकीय त्रुटि की शंका,100 प्रतिशत नक्शा, बटांकन का दबाव, भुइयां सर्वर का स्लो होना सहित ऑनलाइन भुईया में आ रही समस्या आदि शामिल है। पटवारी संघ जिला अध्यक्ष जीवराखन कश्यप, विकास साहू, प्रवीण टिकरिहा, संतोष शांडिल्य, सीताराम सिन्हा, दूजराम मरकाम ने बताया कि सरकार पटवारियों पर लगातार दबाव बना रही है। ऑनलाइन काम, भुईया साटवेयर अपडेशन आदि काम के लिए दबाव बना रहे। जबकि इसके लिए कंप्यूटर, इंटरनेट, लेपटॉप भी नहीं है। इसलिए विभिन्न समस्याओं को लेकर पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
Patwari Strike Update News: सुनवाई भी नहीं हो रही
जमीन संबंधी अनेक मामलों की सुनव्राई तहसीलदार के दतर में चल रहे हैं। ये भी 12 जुलाई तक अवकाश पर हैं ऐसे में सुनवाई, पेशी समय पर नहीं हो रहे। पक्षकारों को सुनवाई की अगली तारीख जारी कर दी जा रही। ऐसे लोग भटकने मजबूर हैं।
Hindi News / Dhamtari / CG Patwari Strike: 174 पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, इधर तहसीलदार छुट्टी में…राजस्व विभाग का काम ठप