CG News: मुंशियों का फेर बदल
इनके माध्यम से जिलेभर में लघु वनोपज की खरीदी-बिक्री होती है। वर्ष-1988 से
तंदूपत्ता फड़ मुंशियों को फेर बदल करने की प्रक्रिया को बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन 35 साल बाद भी हमारी मांग पूरी नहीं हुई। हर साल फड़ मुंशियों को बदल दिया जाता है। जबकि सीजन में ही मुंशियों को काम मिलता है।
पुष्कर सोरी, मीडिया प्रभारी मुकेश निषाद, थानुराम कश्यप ने कहा कि प्रत्येक फड़ मुंशियों को प्रति वर्ष सिर्फ 7200 रूपए मानदेय दिया जाता है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में फड़ मुंशियों को कमीशन के अतिरिक्त 25 हजार रूपए प्रतिवर्ष मानदेय देने की घोषणा की गई थी, लेकिन इस पर भी पहल नहीं किया गया।
सीएम और वनमंत्री से मुलाकात के बाद भी नहीं निकला हल
उन्होंने बताया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद कई बार प्रदेश संघ के लघु वनोपज फड़ मुंशी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री व वनमंत्री से मुलाकात कर मांगों के संबंध में चर्चा भी की, लेकिन हल नहीं निकला।
यही वजह है कि आज एक दिवसीय
हड़ताल कर सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान संघ के सदस्यों ने जिला प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है। मौके पर भागवत मानिकपुरी, सरजूराम साहू, थानुराम आदि उपस्थित थे।