करीब 8 लाख की आबादी वाले धमतरी जिले में हर दूसरे व्यक्ति के हाथ में एंड्राइड मोबाइल है। विज्ञान के इस आधुनिक युग में हर व्यक्ति सोशल मीडिया से किसी न किसी माध्यम से जुड़ा हुआ है। व्हाट्सअप, फेसबुक और ट्वीटर में पोस्ट करना तो युवाओं और अन्य लोगों की पहली पसंद है। वर्तमान में प्रदेश में भूपेश सरकार के पांच वर्ष का कार्यकाल अब समाप्त होने वाला है। संभवत: सितंबर के प्रथम सप्ताह से अधिसूचना जारी कर आचार संहिता लागू कर दिया जाएगा। हालांकि निर्वाचन विभाग की ओर से अभी इसकी विधिवत पुष्टि नहीं की गई है। जबकि चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दिया गया है।
कांग्रेस-भाजपा जैसी प्रमुख पार्टियोंं के अलावा अन्य क्षेत्रीय पार्टियां भी चुनाव को लेकर मैदान में उतर गई है। उधर चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही विभिन्न पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हो गए हैं। बताया गया है कि खुफिया इंटेलिजेंस को ऐसी सूचना प्राप्त हुई है कि इस चुनाव में सोशल मीडिया के सहारे हिंसा भड़काने का प्रयास हो सकता है। यही वजह है कि उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश के बाद जिला पुलिस प्रशासन ने साइबर सेल के अलावा नोडल अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात कर दिया है।
आइटी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मॉनिटरिंग सेल में पुलिस महकमे के साइबर के एक्सपर्ट अधिकारी-कर्मचारियों को निुयक्त किया गया है, जो जिले में सार्वजनिक छबि रखने वाले नेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की पोस्ट पर पैनी नजर रख रहे हैं। ऐसे में व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्वीटर समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट, तस्वीर वायरल होने (Dhamtari News) पर ग्र्रुप के एडमिन के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
चुनावी सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए अलग से साइबर के अलावा नोडल अधिकारी की एक टीम को नियुक्त किया गया है। यदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक पोस्ट होता है, तो आइटी एक्ट की धारा के तहत कार्रवाई की जाएगी। – मधुलिका सिंह, एएसपी