लोगों ने की थी सवारी, ली थी सेल्फी
उल्लेखनीय है कि इकलेरा में तेंदुआ बीमार हालत में मिला था। उस समय वह किसी पालतू जानवर की तरह बर्ताव कर रहा था। भीड़ लगने पर भी वह आक्रामक नहीं हुआ था। इसके बाद लोगों ने उसकी सवारी की थी और उसके साथ सेल्फी तक ले डाली थी। इसके बाद वनविभाग की रेस्क्यू टीम ने पहुंचकर उसे कब्जे में मिला था। यहां से उसे दौलतपुर विश्राम गृह ले जाया गया था जहां से अगले दिन उसे उपचार के लिए इंदौर चिडि़याघर ले जाया गया था। वहां चिडि़याघर के डॉक्टर उत्तम यादव ने उसका उपचार किया था। इसके बाद उसे 3 सितंबर को फिर दौलतपुर विश्राम गृह भेज दिया गया था जहां करीब दो माह तक उसका उपचार किया गया।
जबलपुर से आई तेंदुए की जांच रिपोर्ट में वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुका है। सोमवार को उज्जैन की रेस्क्यू टीम के सहयोग से उसे खिवनी अभयारण्य में छोड़ा जाएगा। अभयारण्य में छोड़ने के बाद टीम तेंदुए की निगरानी करेगी।
-डीएस चौहान, रेंजर सोनकच्छ
पिंजरे में कैद तेंदुआ रामू।