लोकसभा चुनाव के दौरान दो कक्षों में हुई थी मारपीट
मामला भटनी थाना क्षेत्र के भरौली गांव का है। लोकसभा चुनाव के दौरान दो परिवारों में मारपीट हो गई थी। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने चार आरोपियों पर हत्या के प्रयास समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिन्हें बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई। इस मामले में एक आरोपी की तीन महीने बाद भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।अफसरों के निर्देश पर एक हफ्ते पहले रात में भटनी थानाध्यक्ष रणजीत सिंह भदौरिया भरौली गांव में दबिश के लिए गए थे। आरोप है- वह बिना महिला पुलिस कर्मियों के आरोपी की पत्नी और अन्य महिलाओं के कमरे में घुस कर आरोपी की तलाश करने लगे। इस दौरान थानेदार ने महिलाओं से कहा कि मैं तुम्हारे बाप का नौकर नहीं हूं और ना ही तुम्हारे बाप का खाता हूं।
फरार आरोपी की पत्नी से बदसलूकी, वृद्ध पिता को ले गए थाने
थानाध्यक्ष ने कहा- पति को बोल दो, जमानत करा ले। नहीं तो मकान को बुलडोजर से ढहा दूंगा। इसके अलावा महिला को बुरा-भला कहने लगते हैं। इसी बीच आरोपी के पिता ने बीच-बचाव करते हुए बेटे के बारे में कुछ नहीं मालूम होने की बात कही। इससे नाराज थानाध्यक्ष ने जमानत के बावजूद बुजुर्ग को गाली देकर पीटने के बाद गाड़ी में बैठा लिया। पुलिस की बदसलूकी को आरोपी के परिवार के किसी सदस्य ने अपने मोबाइल में रिकार्ड कर लिया, जो शनिवार को सामने आया। एसपी देवरिया संकल्प शर्मा ने बताया कि ऐसा वीडियो संज्ञान में आया है। सीओ भाटपार रानी को मामले की जांचकर रिपोर्ट देने को कहा गया है। जांच के बाद दोषी मिलने पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।