बुधवार शाम बिहार से देवरिया आया था मजदूर
जिले के महुआडीह थाना बिल्डिंग का निर्माण क्षेत्र के बेलवा गांव में हो रहा है। निर्माणाधीन थाना में कई भवन बनकर तैयार भी हो गए हैं। शेष निर्माण कार्य चल रहा है। यहां दूसरे जिले और राज्य से आए मजदूर रात में परिसर में ही अपना ठिकाना बनाकर रहते हैं।बिहार राज्य के पश्चिमी चम्पारन जिले के राजपुर गांव निवासी उमेश मांझी (48) थाना बिल्डिंग के निर्माण में मजदूरी का काम करता था। लगभग डेढ़ महीने पहले वह घर गया था। बुधवार की शाम को वह एक बैग लिए घर से दोबारा मजदूरी करने के लिए निर्माणाधीन थाना परिसर पहुंचा। वहां तख्ते पर बैग रखकर बैठ गया। काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि रात को वहीं सो गया।
सुबह फंदे से लटकी मिली लाश, क्षेत्र में हड़कंप
बृहस्पतिवार की सुबह कुछ मजदूरों ने भवन के दूसरी मंजिल की सीढ़ी की रेलिंग से गमछे के फंदे से लटकता उसका शव देख कर शोर मचाया। साथी मजदूरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने वहां रह रहे मजदूरों को थाने में बुलाकर पूछताछ की।मृतक के परिजनों को फोन कर मामले की जानकारी दी। परिजन शाम तक महुआडीह पहुंच गए। साथी मजदूरों ने बताया कि उमेश के भाई और गांव के कुछ और भी लोग यहां मजदूरी करते थे। जो उमेश के घर जाने के कुछ दिन बाद ही यहां से चले गए थे। महुआडीह थानाध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी के अनुसार, मृतक मजदूर के परिजनों ने बताया कि वह पैसा मांग रहा था। नहीं देने पर उसने आत्महत्या कर ली है। मजदूर के इस तरह आत्महत्या कर लेने से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म था।