सात बार सांप के काटने से परेशान पीड़ित विकास 13 जुलाई को
दौसा के प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी आया था। यहां उसने बालाजी महाराज के दर पर अर्जी लगाकर जिद्दी सांप से बचाने की प्रार्थना की। 14 जुलाई को विकास ने कहा था कि सपने में आया सांप उसे शनिवार यानी 20 जुलाई को आठवीं बार काटेगा। लेकिन, शनिवार को विकास को सांप ने नहीं काटा। ऐसे में विकास और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने इसे बालाजी महाराज की कृपा बताई। लेकिन, सोमवार की शाम करीब साढ़े 7 बजे जब विकास अपने परिजनों के साथ बालाजी महाराज की आरती में खड़ा था। वहां उसे जिद्दी सांप फिर से काट कर चला गया।
विकास पर नहीं हुआ कोई असर
सांप काटने का विकास के कुछ भी असर नहीं हुआ। विकास की मामी रेणु देवी ने बताया कि आरती के बाद हम विकास को लेकर धर्मशाला आ रहे थे। तभी मेरी नजर विकास के पैरों पर पड़ी। ऐसे में बाएं पैर पर सांप के काटने के निशान दिखे। लेकिन, विकास पूरी तरह से स्वस्थ था। इससे पहले सांप ने जब भी काटा था, विकास के मुंह से झाग आने लगते थे। लेकिन, इस बार बालाजी महाराज की कृपा से वह पूरी तरह स्वस्थ है।
सांप के काटने से पहले चार घंटे तक फड़की थी बाईं आंख
पीड़ित विकास का दावा है कि जब भी सांप उसे काटने आता है। उससे करीब 4 से 5 घंटे पहले से ही उसकी बाईं आंख फड़कने लग जाती है। जिससे उसे खुद के साथ होने वाली घटना के बड़े में पता चल जाता था। सोमवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ था। सोमवार सुबह 10 बजे उसकी बाईं आंख फड़कने लगी, जो करीब 2 बजे तक फड़कती रही। इसके बारे में परिजनों को भी बताया था।
इस बार पिता को सपने में दिखा सांप
विकास के पिता सुरेंद्र ने दावा किया कि बेटे को सोमवार शाम सांप ने काटा था। लेकिन, अगले दिन उसके सपने में सांप आया। पीड़ित के पिता ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे मुझे सपना आया। जिसमें मुझे दिखा कि मेरे बेटे को सांप ने काट लिया है और सांप के काटने से बेटे की मौत हो गई है। इस पर मेरी नींद टूट गई और घबराकर उठ गया। हालांकि, जब बेटे को स्वस्थ देखा तो राहत की सांस ली।
मदद के लिए आगे आया बालाजी मंदिर ट्रस्ट
पीड़ित विकास ने बताया कि मेरे सर्प दंश से पीड़ित होने की बात जैसे ही बालाजी मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों को मिली। उन्होंने मेरी पूरी मदद की है। ऐसे में बालाजी महाराज की दोनों समय की आरती के समय वीआईपी गेट से बालाजी महाराज की प्रतिमा के सामने बैठने की अनुमति दी है। वहीं, बालाजी की जल और भबुती भी उपलब्ध करवाई है। बालाजी मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों की ओर से मेरी हर संभव मदद की जा रही है।