मौजपुर एवं गोहन्दी मीना में ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना पैकेज-5 के तहत पम्प हाउस के शिलान्यास के बाद मंत्री कन्हैयालाल महुवा तहसील के पीपलखेड़ा गांव में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने निकले। इस के दौरान विभिन्न स्थानों पर डाली गई पाइप लाइन की गहराई नापने पर नियमानुसार कम पाई गई।
निरीक्षण दल द्वारा माप पुस्तिका एवं ले-आउट प्लान मांगे जाने पर सम्बन्धित अभियन्ताओं ने उपलब्ध नहीं कराई। योजना में खोदे गये 6 नलकूपों में से 2 नलकूप बन्द पाए जाने के साथ ही अन्य कमियां मिली। परियोजना के कार्य निविदा शर्तों के अनुसार पूरे नहीं होना एवं परियोजना में सुपरविजन की कमी भी पाई गई।
इन अनियमितताओं एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायतों को देखते हुए जलदाय मंत्री ने शासन सचिव डॉ. समित शर्मा को फोन करं सम्बन्धित अभियन्ताओं को निलम्बित करने के निर्देश दिए।
इसके बाद महुवा के वर्तमान अधिशासी अभियन्ता हेमन्त मीणा, तत्कालीन अधिशासी अभियन्ता सिद्धार्थ मीणा, सहायक अभियन्ता नानकराम बैरवा, कनिष्ठ अभियन्ता मण्डावर धारासिंह मीणा, कनिष्ठ अभियन्ता महुवा महाराजसिंह गुर्जर को निलम्बित कर दिया गया।
किरोड़ी ने भी की थी जांच की मांग
अप्रेल 2023 में तत्कालीन राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर महुवा विधान सभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों में भ्रष्टाचार एवं अनियमितता की जांच कराने की मांग की थी। महुवा विधायक राजेन्द्र मीणा ने भी जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी को पत्र लिखकर गड़बड़ी से अवगत कराया था। मंत्री ने कहा कि महुवा क्षेत्र में हुए सभी कामों की जांच विजिलेंस टीम करेगी।