बसवा तहसील का सबसे बड़ा रेहड़िया बांध एक दशक बाद गुरुवार सवेरे छलक गया। जिसे देख ग्रामीणों के चेहरे खिल गए। लोगों ने बताया कि बांध की भराव क्षमता 15 फीट है। यह बांध करीब एक दशक बाद लबालब भरा है। ऐसे में किसानों को आगामी फसलें होने की उम्मीद जगी है। बांध को देखने सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। इससे पूर्व बांध का जलस्तर 2016 में 15 फीट 2 इंच पहुंचा था।
कालाखोह बांध पर चली चादर
इधर, कालाखोह बांध पर चादर चलने की खबर सुनकर गुरुवार सुबह से ही देखने के लिए सैकड़ों की संया में लोग जा पहुंचे। इसकी सूचना मिलने के बाद गुरुवार दोपहर ग्राम पंचायत व पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और बांध पर चल रही चादर को देखने पहुंची भीड़ को पुलिस ने रोक दिया।
चादर चलने के बाद बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रही हाइवे की पुलिया के दोनों तरफ लोग अपने वाहनों को रोककर बांध के पानी को देखने के लिए रूक गए। पानी में घुसकर रील बना रहे युवकों को पुलिस ने खदेड़ा। ग्राम पंचायत प्रशासन द्वारा जेसीबी से चादर क्षेत्र में जाने के लिए रास्ते को जगह-जगह से मिट्टी व पेड़ डालकर रोका गया। प्रशासन ने भी चादर चलने वाले क्षेत्र में पुलिस जाप्ता भी तैनात किया है।