पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र कुमार के नेतृत्व में महुवा, मंडावर, बालाहेड़ी सलेमपुर थाने का पुलिस जाप्ता दुकानों के सामने जा पहुंचा। इससे पूर्व वहां मौजूद भीड़ दुकानों को तोड़ने का विरोध करने लगी। इस दौरान पूर्व विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने मौके पर पहुंचकर पुलिस सीओ एवं अधिशासी अधिकारी सुरेंद्रकुमार मीणा को स्टे की कॉपी दिखाई और दुकानों पर जेसीबी नहीं चलाने की बात कही।
इस पर ईओ ने बताया कि यह कार्रवाई बिना निर्माण स्वीकृति के बनी दुकानों पर की जा रही है। इस संबंधी कोई कागजात है तो कार्रवाई रोक दी जाएगी। इसके बाद दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू करने पर पूर्व विधायक हुड़ला जेसीबी के सामने आकर खड़े हो गए तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें दूर हटा दिया। इस दौरान पुलिसकर्मियों एवं पूर्व विधायक के बीच धक्का मुक्की भी हुई। तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस एवं नगर पालिका अधिकारियों सहित जेसीबी पर पथराव कर दिया। जिसमें जेसीबी के शीशे टूट गए। इसके बाद वहां मौजूद पुलिस जाप्ते सहित अधिकारियों ने हेलमेट लगाकर अपना बचाव किया।
पुलिस की मौजूदगी में एक घंटे में दुकानें ध्वस्त
जेसीबी द्वारा एक बार फिर दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई की गई तो दस्ते को फिर विरोध का सामना करना पड़ा। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर वहां मौजूद लोगों को दूर तक खदेड़ दिया। विरोध को देखते हुए दोनों तरफ भारी मात्रा में पुलिस जाप्ता भी लगा दिया और दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई चलती रही। एक घंटे में दुकानों को ध्वस्त कर दिया। मौके पर मौजूद महिलाएं इस दौरान पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कोसती रही। जिन्हें वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने संभाला। कार्रवाई को देखने के लिए सड़क के दोनों तरफ स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
यातायात हुआ प्रभावित
महुवा कस्बे के अंदर होकर निकल रहे नेशनल हाइवे पर अतिक्रमण हटाने के दौरान यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। हाइवे पर भारी भीड़ को देखते हुए वाहनों को निकालने में पुलिसकर्मियों को मशक्कत भी करनी पड़ी। अतिक्रमण हटाने के दौरान चार जेसीबी एवं एक दमकल भी मौके पर मौजूद रही। पथवारी पर भी पहुंचा जाप्ता, लेकिन नहीं तोड़ी दुकानें
महुवा में अतिक्रमण हटाने के लिए नगरपालिका ने पथवारी पर भी दुकानों को चिन्हित किया था और पुलिस एवं प्रशासनिक जाप्ता वहां पहुंच गया, लेकिन वहां कुछ कागजात देखने के बाद दस्ता वापस लौट आया। इसके बाद वहां दुकानदारों ने राहत की सांस ली। अधिशासी अधिकारी ने दुकानदारों को अपने कागजात दिखाने के लिए कुछ समय दिया है। ईओ ने कहा कि कागजात नहीं दिखाने पर दुकानों को ध्वस्त किया जाएगा।
विरोध गैरकानूनी: अधिशासी अधिकारी
अधिशासी अधिकारी सुरेंद्रकुमार मीणा ने कहा कि मंगलवार को पालिका से बिना स्वीकृति के निर्मित दुकानों को तोड़ा गया है। मौके पर किया गया विरोध गैरकानूनी था। कस्बे में अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मंदिर माफी की जमीन एवं जर्जर अवस्था में पहुंच चुके भवन सहित नाले पर हो रहे अतिक्रमण को नहीं छोड़ा जाएगा।