मां रतनगढ़ माता मंदिर पर दीपावली पर लख्खी मेला में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। वहीं प्रति सोमवार को भी हजारों की संख्या में भक्तगण मंदिर मां के दर्शनों के लिएपहुंचते है। मंदिर परिसर में अनदेखी के चलते समस्याओं का अंबार लगा हुआहै। मंदिर पर आने वाले दर्शनार्थियों को सुविधाओं का टोटा है। मंदिर पर निर्माणकार्य भी अधूरे पड़े हुएहै। व्यवस्थाएं देखने वाले कर्मचारी मौके पर नहीं रहते है और कर्मचारियों के कक्षमें ताला पड़ा रहता है।
साढ़े चार लाखकी लागत से तैयार हुई थी पार्क मां रतनगढ़ माता मंदिर के पास ही बनी पार्क जिसका निर्माणसाढ़े चार लाखरूपएकी लागत से हुआ था जहां हरियाली ही नहीं है और पार्क बदहाल हालत में है। पार्क में गंदगी व आवारा जानवरों ने अपना डेरा जमा रखा है। पेड़ सूखरहे है और पेड़ो की सुरक्षा के लिए लगाए गए ट्रीगार्ड देखरेखके अभाव में गायब हो गए है।
अधूरा टीनशेड व मंदिर निर्माण रतनगढ़ माता मंदिर पर माला एवं कुंवर बाबा के बीच गर्मी में धूप व बरसात में पानी से बचाव के लिएटीनशेड का निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन वर्तमान में स्थिति यह है कि टीनशेड नहीं लग सके अभी तक केवल पाइप की लग सके है। ऐसे में तेज धूप में गर्म जमीन पर नंगे पैर चलना दर्शनार्थियों के लिएकष्टकारी हो रहा है। माता एवं कुंवर बाबा मंदिर का निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा हुआहै।
दुकानदारों ने जमा रखा है कब्जा माता मंदिर परिसर में मंदिर के रास्ते एवं छायादार पेड़ो के नीचे दुकानदारों एवं हाथठेला वालों ने कब्जा जमा लिया है। इससे दर्शनार्थियों को आवागमन में परेशानी हो रही है। मंदिर के सामने सड़क किनारे बनी दुकानों के दुकानदारों ने मंदिर परिसर में भी अपनी दुकाने लगाकर कब्जा कर रखा है। जिम्मेदार है कि इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे है। वहीं दुकानदारों के द्वारा गंदगी भी फैलाईजा रही है। जगह-जगह पॉलीथिन के ढेर लगे दिखाई देते है।
होना है ठेका टीनशेड लगाने का कार्य जिस ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा था वह काम छोड़कर चला गया। द्वारा टीनशेड के लिएठेका होना है। जिसकी जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। वहीं पार्क को सुसज्जित करने के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। मंदिर परिसर में दुकानदारों के द्वारा किएगए कब्जे को भी हटाया जाएगा।
सूर्यकांत त्रिपाठी, तहसीलदार, सेंवढ़ा