ब्लास्ट के बाद जब रात में जवानों की टीम घटनास्थल का जायजा लेने के लिए उसके आसपास के इलाके में निकली तभी जवानों के सामने कुछ ऐसी बातें सामने आई जिससे सारे जवान हतप्रभ रह गए, सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की इस कायराना करतूत में नक्सली लीडरों का मास्टर माइंड विनोद व प्रदीप का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि, नक्सलियों ने इन दोनों मास्टर माइंड के सामने नक्सलियों ने योजना बद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम तक पहुंचाया है।
साथ ही ये भी जानकारी आ रही है कि, इस घटना को अंजाम देने के लिए मलांगिर एरिया कमेटी के माओवादी इस घटना में शामिल थे। सुत्रों की माने तों ये सभी माओवादियों ने जो इस घटना को अंजाम दिया है। इस घटना में 150 से 200 माओवादी शामिल थे। जिन्होनें लगभग 200 मीटर दूर से तार बिछाकर इस वारदात को अंजाम दिया है।
घटनास्थल से मिल रही जानकारी के मुताबिक घटना के बाद जब शाम को घटनास्थल की जांच करने के लिए एक टीम गठित की गई तो सर्चिंग के दौरान घटनास्थल से कुछ दूरी पर शहीद जवानों में से एक का एके47 राइफल बरामद हुआ। बाकी के 5 राइफल लेकर नक्सली फरार हो गए।
नक्सली इस घटना को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से हथियार चुराकर पिरनार हिरोली होते हुए आलनार की पहाडिय़ों की ओर से भाग गए। ज्ञात सुत्रो के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने के लिए नक्सलियों की टीम में कई नए नक्सली चेहरे भी देखे गए।
एसपी कमलोचन कश्यप ने बताया कि, घटना को अंजाम देने 25 की संख्या में सिविल ड्रेस ओर 25 की संख्या में वर्दीधारी हथियार बंद नक्सली मौजूद थे। घटना को अंजाम देने के बाद वहां से फरार हो गए। जवानों की एक एके47 मिलने की भी एसपी ने पुष्टि कर दी है।