अस्पताल में इलेक्ट्रीफिकेशन के लिए घटिया वायर, उपकरण और अन्य निर्माण में स्तरहीन लकड़ियों का उपयोग किए जाने के कारण आग भड़की थी, ऐसा माना जा रहा है। शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बकावंड में गुरुवार को सुबह करीब 10.30 बजे अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से भड़की कि वहां मौजूद लोगों को सम्हलने का मौका नहीं मिल पाया। बताया जाता है कि वहां लगे एसी और तारों से चिंगारियां उठने लगीं और पूरी वायरिंग धू धूकर जलने लगीं। पास बैठा राजेश कुमार सोनी नामक युवक चिंगारियों की चपेट में आकर झुलस गया। कमरे में मौजूद मरीजों और उनके परिजनों को तत्काल बाहर निकाल लिया गया। सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस जवानों ने एसी को अलग कर उसमें तथा तारों में लगी आग को बुझाया।
बीएमओ ने कटवा दिए बीस पेड़ कलेक्टर के फरमान को धता बताते हुए स्थानीय बीएमओ ने अस्पताल परिसर में बीस हरे भरे पेड़ों को कटवा दिया है। कलेक्टर विजय दयाराम के. ने साफ तौर पर हिदायत दे रखी है कि किसी भी निर्माण कार्य को पर्यावरण को जरा भी क्षति पहुंचाए बिना पूर्ण किया जाए। वहीं (CG NEWS) बकावंड में पदस्थ विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ने अस्पताल परिसर में पेड़ों को कटवा दिया है।
घटिया विद्युतीकरण और निर्माण है वजह सूत्र बताते हैं कि बीएमओ ने अस्पताल के निर्माण और इलेक्ट्रीफिकेशन में जमकर अनियमितता बरती है। जो विद्युत चलित उपकरण लगवाए गए हैं, वे निहायत ही घटिया स्तर के हैं। उनकी गुणवत्ता का जरा भी ध्यान नहीं रखा गया है। विद्युतीकरण में बहुत ही हल्के दर्जे के वायरों का इस्तेमाल किया गया है। निर्माण में उपयोग की गई लकड़ियां भी घटिया स्तर की और जल्द जलने वाली हैं। चंद रुपयों के लोभ में अन्य अधिकारियों ने अस्पताल भवन निर्माण, विद्युतीकरण, फर्नीचर आदि में जमकर गड़बड़ी की है। इसकी परिणति आग लगने की घटना के रूप में सामने आई है। अभी तो मामूली हादसा ही हुआ है।
करेंगे कड़ी कार्रवाई बकावंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगी आग, पेड़ों की अवैध कटाई तथा अन्य अनियमितताओं की जांच कराई जाएगी। इन मामलों में जो भी लोग (Dantewada news) दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर की जाएगी।
– डॉ. चतुर्वेदी, सीएमएचओ, बस्तर