इधर पंडुम में उपस्थित लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। हालांकि देर शाम तक इस सनसनी खेज मामले में कुछ निकल कर नहीं आया था। जिस तरह से हत्या को अंजाम दिया गया है, उससे माओवादी हत्या की अफवाह जोरों पर है। लेकिन पुलिस इस हत्या के पीछे आपसी रंजिश के तौर पर देख रही है। लोगों का कहना है कि 30 से 40 हथियार बंद लोग आए और सीधा मदन भास्कर को पूछा। इसके बाद महज 30 मीटर दूरी पर ले गए होंगे और उसकी गला रेत दी।
सरपंच पति की मोटर साईकिल को भी फोडा
गांव वालों का कहना है कि जब ये लोग आए तो किसी से कुछ नही पूछा। सीधा मदन को बुला कर हत्या की है। हत्यारों में आक्रोश इतना था कि मदन की बाइक को भी कुल्हाड़ी मारकर तोड़ दिया। हत्या करने के बाद वे खामोशी से चले गए।
गांव का विकास चाहता था मृतक
मदन भास्कर गांव के विकास के लिए आगे रहता था। अक्सर जिला मुख्यालय और जनपद में चक्कर कटते दिखाई देता था। इसके आलावा वह आयुर्वेद अस्पताल में अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए चौकीदार के रूप में भी काम कर रहा था। पत् नी लक्ष्मी भास्क र मुख्यालय और जनपद में लेकर आता और मीटिंग अटैंड कराता था। अपना खर्चा चौकीदारी कर निकालता था।
मसेनार सरंपच की हत्या का नहीं हुआ खुलासा
मॉडल ग्राम मसेनार के सरपंच राजूराम भास्कर की भी हत्या को एक साल बीतने को है। इस वारदात का तरीका भी माओवादी था। लेकिन हत्या को रंजिश में होना माना गया। आज तक इस मामले का खुलासा नहीं हुआ है। मसेनार से मालेसनार की दूरी करीब 5 किलोमीटर है। अभी नहीं कह सकते है इसे नक्सली हत्या
अभी यह नहीं कह सकते हैं कि माओवादी हत्या है। छह सात लोग आए और उसे पंडुम से उठा कर ले गए। पीछे से टंगिया से वार कर हत्या कर दी। पुलिस मामले की पड़ताल करने में लगी हुई है।
एएसपी, गोरखनाथ बघेल