CG Election: बंग समाज के नेताओं ने आयोजित की बैठक
बंग समाज का कहना है कि वार्ड नंबर 3 और 4 में 90 प्रतिशत से अधिक बंग समुदाय के परिवार निवास करते हैं जो
सामान्य वर्ग के मतदाता हैं। इसके बावजूद, इन वार्डों को एसटी महिला और एससी मुक्त के लिए आरक्षित कर दिया गया है। 5 वर्ष पूर्व भी इन वार्डों में इसी प्रकार का आरक्षण किया गया था, जिससे समाज को नेतृत्व करने का मौका नहीं मिला।
इस वर्ष बंग समुदाय को उम्मीद थी कि आरक्षण में बदलाव होगा पर प्रशासन ने पुन: सामान्य वर्ग को वंचित रखा। 3 व 4 नंबर वार्डो में एसटी, एससी को सीट देते हुए आरक्षण का पता लगते ही नाराज होकर बंग समाज के नेताओं ने बैठक आयोजित की।
नगरीय निकाय चुनाव का होगा बहिष्कार
बैठक में समाज के अध्यक्ष सुकुमार हवलदार सहित प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया और आरक्षण प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बंगाली कैंप क्षेत्र में 400 से अधिक परिवार निवास करते हैं, जिनमें से अधिकांश बंग समाज के हैं। इसके बावजूद, सामान्य वर्ग को आरक्षण प्रक्रिया में नजरअंदाज किया गया है। बैठक के बाद बंग समाज ने घोषणा की कि वे नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करेंगे और मतदान से दूरी बनाए रखेंगे। एससी मान्यता की मांग
बैठक में समाज ने यह भी मांग की कि छत्तीसगढ़ में नमोशूद्र जाति को एससी का दर्जा दिया जाए। बंगाल, उड़ीसा, झारखंड और असम जैसे राज्यों में नमोशूद्र जाति को अनुसूचित जाति की मान्यता प्राप्त है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अब तक इसे एससी का दर्जा नहीं मिला है। समाज का कहना है कि यदि वार्ड आरक्षण में नमोशूद्र जाति को एससी मानते हुए सीटें आरक्षित की गई हैं, तो उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाए। अन्यथा, इन वार्डों को सामान्य श्रेणी में परिवर्तित किया जाए।
आरक्षण नियमों का उल्लंघन
बंग समाज ने आरोप लगाया है कि आरक्षण प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन हुआ है। समाज के अनुसार, किसी भी वार्ड में आरक्षण के लिए उस जाति की जनसंख्या कम से कम 40 प्रतिशत होनी चाहिए। जबकि वार्ड नंबर 3 और 4 में एसटी और एससी वर्ग की आबादी नाममात्र है। समाज की चेतावनी
CG Election: बंग समाज ने साफ कर दिया है कि यदि वार्ड
आरक्षण में बदलाव नहीं किया गया, तो वे मतदान का पूरी तरह बहिष्कार करेंगे और चुनाव से दूरी बनाए रखेंगे। उन्होंने प्रशासन से आरक्षण प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने की मांग की है। बैठक में रिंकू राजबंशी, विपुल रॉय, मृणाल राय, समर नंदी, बिप्लव मल्लिक, विमल सरकार, सपन साहा, सुभाष नंदी, नीलरतन घोष ,प्राण गोविंदा, प्रकाश मंडल, संजू दास, डॉ बैरागी, अभिषेक घोष, संजीवन, अविनाश मजूमदार, रामकृष्ण मंडल, अरुण चक्रवर्ती, सागर साहा, जयदेव बछड़, रखाल चक्रवर्ती सैकड़ों संख्या में लोग उपस्थित थे।