फुलधर तामो जो 2004 में नक्सली संगठन में सीएनएम डिप्टी कमांडर होकर सक्रिय से काम कर रहा था। आपको बता दें मई 2007 में नक्सलियों के लिए गीदम सामान खरीदने आया था जिसे गीदम पुलिस ने पकड़कर जेल भेज दिया था। वह 2015 तक जेल में था। और जेल से छूटने के बाद 2017 में इंद्रावती कमिटी के सदस्य रामदास और संगनु के द्वारा फुलधर को जलमिलीशिया कमांडर बनाया गया। जिसके बाद जनवरी 2019 को कासोली और छिंदनार के बीच यात्री बस में आगजनी और लूटपाट की घटना को उसने अंजाम दिया था साथ ही उसी दिन गुमलनार -मुसतनार के बीच जंगल में पुलिस पार्टी पर हमला करने की घटना में भी शामिल था।
लीडर की गिरफ़्तारी के बाद इस्ता बना अध्यक्ष
मंगल इस्ता साल 2016-17 में नक्सली संगठन में डीएकेएमएस सदस्य के रूप में भर्ती होकर कार्य करने लगा एवं 2010 में इंद्रावती कमेटी के कमेटी सचिव सपनक्का के द्वारा इस्ता को डीएकेएमएस अध्यक्ष बनाया गया। मई 2010 में पल्लेवाया जनताना सरकार के अध्यक्ष फगनु मड़काम के गिरफ्तारी के बाद यहाँ जनताना सरकार के अध्यक्ष बनाया गया। जनवरी 2017 में पुलिस पार्टी पर फायरिंग की घटना में भी शामिल था।