CG Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं
उक्त माओवादी को आत्मसमर्पण कराने में 111 वीं वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा दंतेवाड़ा का विशेष योगदान रहा। आत्मसमर्पित माओवादी को पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रुपए की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं जैसे 10 हजार रुपए की मासिक आर्थिक सहायता, 3 वर्ष तक नि:शुल्क आवास तथा भोजन, स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाएगी। लोन वर्राटू अभियान का दिखा असर
आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 209 इनामी सहित कुल 889 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें से कई नक्सली समाज की मुख्यधारा में वापस लौटकर अच्छा जीवन यापन कर रहे हैं।
क्या है लोन वर्राटू अभियान?
CG Naxalite Surrender: लोन वर्राटू अभियान के तहत लाल आतंक का रास्ता अख्तियार कर चुके नक्सलियों को सरेंडर करने का मौका दिया जाता है। इसका अर्थ घर वापस आना होता है। इसे बस्तर में घर वापसी अभियान के नाम से भी जाना जाता है, जिसके जरिए
नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक बस्तर में 202 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इस कैंपेने के जरिए अब तक कुल 877 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं।