मजदूरों को कटेकल्याण से हैदराबाद जाते हुए हाई स्कूल मैदान में ले जाया गया और उनकी पूछताछ की गई।
(chhattisgarh news) इस दौरान मजदूरों ने बताया कि वे मिर्ची तोड़ने के लिए हैदराबाद जा रहे थे और उन्होंने अपनी मर्जी से यह यात्रा शुरू की थी।
जिम्मेदारों ने खड़े किए हाथ
CG News: जब हमारे संवाददाता ने श्रम विभाग के अधिकारी मनीष नेताम से बात की, तो उन्होंने कहा कि मजदूर अपनी मर्जी से बाहर जा रहे हैं, इसलिए श्रम विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। वहीं
महिला बाल संरक्षण अधिकारी रवि शानडे ने कहा कि नाबालिगों को मजदूरी के लिए नहीं ले जाया जा सकता। उन्होंने बताया कि फिलहाल 40 बालिकाओं और 14 बालकों का रेस्क्यू किया गया है और उन्हें आश्रम में रखा जाएगा। उनके परिजनों को बुलाकर उन्हें समझाइश दी जाएगी।