यूनिवर्सिटी में एनुअल फेस्ट के दौरान छात्रों के बीच काफी विवाद हुआ था। फेस्ट के एंड दिन शनिवार को एक गुट ने एनुअल फेस्ट के बैनर को फाड़ दिया था, जिससे जमकर हंगामा हुआ था। बताया जा रहा है कि इस फेस्ट में तवज्जो ना मिलने पर एक गुट नाराज था और उन्होंने यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रखते हुए रात में कई विभागों की दीवारों पर स्प्रे पेंट से गालियां और अश्लील शब्द लिख दिए थे। इसके पहले कुछ शरारती छात्रों ने छात्राओं के नाम से अश्लील कविताएं वायरल कर दी थीं।
जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन को इसकी भनक लगी, तब तक इसकी पिक्चर वायरल हो चुकी थी। आनन फानन में सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे गार्डों ने दीवारों से गालियां मिटाईं, लेकिन यह गालियों की पिक्चर चीफ प्रॉक्टर के मोबाइल तक पहुंच गई जिसके बाद चीफ प्रॉक्टर मौके पर पहुंचे और उन्होंने सिक्योरिटी सुपरवाइजर को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सिक्योरिटी सुपरवाइजर को चेतावनी दी कि ऐसा दोबारा होने पर सिक्योरिटी एजेंसी पर एक्शन लिया जाएगा।
अगर विश्वविद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो इन छात्रों की पहचान हो जाती, लेकिन विश्वविद्यालय पुरानी घटनाओं से कोई सबक नहीं ले रहा है। अगर कैमरे में लगे होते छात्रों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाती जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगती है।