हिंडनबर्ग रिसर्च को लेकर कही ये बात
रिपोर्ट में कहा गया है, “यह लगभग तय है कि जब हिंडनबर्ग और एंसन के बीच हुआ पूरा एक्सचेंज ‘SEC’ तक पहुंचेगा तो 2025 में नाथन एंडरसन पर प्रतिभूति धोखाधड़ी का आरोप लगाया जाएगा।” हिंडनबर्ग के अचानक ऑपरेशन बंद करने के फैसले ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। बता दें कि Bloomberg की क्रैक रिसर्च टीम ने नवंबर 2024 में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की, जो हिंडनबर्ग सहित विभिन्न शॉर्ट-सेलर्स और रिसर्च फर्म के पीछे छिपी शक्तियों को उजागर करने वाली सीरीज की पहली रिपोर्ट थी।
कुछ Emails हुए लीक
‘शॉर्ट-सेलर्स सीक्रेट टॉक्स एंड अलायंस इमर्ज इन कोर्ट बैटल’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट हिंडनबर्ग रिसर्च और कनाडा स्थित एंसन फंड्स जैसी कंपनियों पर केंद्रित थी। एंसन के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार करते हुए, हिंडनबर्ग ने ब्लूमबर्ग को बताया कि उसे हर साल अलग-अलग स्रोतों से सैकड़ों लीड मिलती हैं। वे प्रत्येक लीड की सख्ती से जांच करते हैं और हमेशा अपने काम को लेकर पूर्ण संपादकीय स्वतंत्रता बनाए रखते हैं। रिपोर्ट के बाद, एंडरसन ने भी एंसन या किसी और के साथ किसी भी साझेदारी से सार्वजनिक रूप से इनकार किया। हालांकि, लीक हुए ईमेल कुछ और ही संकेत देते हैं। साल 2019 में एक व्यापार को लेकर एंसन के संजीव पुरी और हिंडनबर्ग के बीच हुए दर्जनों ईमेल-संचार संकेत देते हैं कि एंसन ने संपादकीय नेतृत्व संभाला, जबकि हिंडनबर्ग के पास संपादकीय नियंत्रण बहुत कम या बिल्कुल नहीं था। यह अभी भी अनिश्चित है कि दोनों के बीच कोई वित्तीय लेनदेन हुआ या नहीं। ये भी पढ़ें: Veg Mode सेलेक्ट करने पर लिए एक्स्ट्रा रुपए, शिकायत पर Zomato मालिक ने कहा- ये बेवकूफी… अदाणी समूह की पहली रिपोर्ट 2023 में की जारी
जानकारी के अनुसार
अदाणी ग्रुप ने शॉर्ट सेलर को अदालत में घसीटने की बजाय उसे नुकसान पहुंचाने वालों का मुकाबला करने के लिए पिछले साल अपने विदेशी खुफिया भागीदारों के साथ गुप्त जांच शुरू की। दरअसल, हिंडनबर्ग ने अदाणी समूह के संबंध में अपनी पहली रिपोर्ट जनवरी 2023 में जारी की थी। अदाणी ग्रुप पर हमलों में एंसन की भूमिका अब भी स्पष्ट नहीं है। कुछ खबरों में कहा गया है कि उसे समर्थन देने वालों में संगठित अपराध शामिल हैं। बता दें कि एन्सन के संस्थापक की पत्नी मारिसा सीगल और महुआ मोइत्रा जेपी मॉर्गन में सहकर्मी थीं, जहां मोइत्रा ने लगभग 12 साल तक काम किया। मोइत्रा ने ही ‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट’ के बाद लोकसभा में अदाणी ग्रुप पर हमलों की शुरुआत की थी।