सबसे पहले यह समझना होगा कि आपातकालीन परिस्थितियों में कितनी रकम की आवश्यकता हो सकती है। सामान्यत: इमरजेंसी फंड में तीन से छह महीने के खर्च शामिल होते हैं, जिसमेंं किराया, राशन खर्च, बिजली, पानी, स्कूल फीस आदि आते हैं।
ऐसी जगह निवेश करें, जहां से आसानी से पैसे मिल सके और उसमें जोखिम भी कम हो। निवेश के लिए बैंक एफडी, सेविंग्स अकाउंट, आरडी, म्यूचुअल फंड इत्यादि विकल्प चुन सकते हैं। इन्हें बिना किसी देरी के जल्दी से उपयोग योग्य फंड में बदला जा सकता है।