रात में एक साथ तमाम लोगों ने पकड़ लिया छह नाबालिग लड़कियों को, फिर किया ऐसा घिनौना काम कि कांप जाएगी रूह ताजा जानकारी के मुताबिक निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को गुरुवार को तिहाड़ जेल की जेल नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया है। फांसी घर वाली जेल नंबर तीन में चारों दोषियों को अलग-अलग और अति सुरक्षित सेल में रखा गया है।
इससे पहले जहां अक्षय और मुकेश तिहाड़ के जेल नंबर 2 में कैद थे, विनय जेल नंबर 4 में कैद था। वहीं, चौथे दोषी पवन को पिछले माह ही मंडोली जेल से निकालकर तिहाड़ जेल की जेल नंबर 2 में कैद किया गया था।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप-मर्डर केस को लेकर दिल्ली सरकार ने अपनी रिपोर्ट दाखिल की। इसमें दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने मुकेश की अर्जी खारिज कर दी है और उसे उप-राज्यपाल के पास भेज दिया गया।
इसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने अब विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिसमें जेल प्रशासन और दिल्ली सरकार को पूरी जानकारी कोर्ट को मुहैया करानी होगी।
ब्रेकिंगः गणतंत्र दिवस से पहले एक साथ इतने आतंकी धरे गए, बरामद हुआ इतना गोला-बारूद कि दहल जाती घाटी नियमानुसार जेल प्रशासन को अदालत और दिल्ली सरकार को यह जानकारी देनी होगी कि दोषियों की ओर से दया याचिका दायर की जा चुकी है और फांसी की सजा को स्थगित करना है। इसके साथ ही जेल अधिकारियों को रिपोर्ट दाखिल कर जानकारी देनी होगी कि जब तक राष्ट्रपति द्वारा फैसला नहीं सुना दिया जाता, तब तक कैदियों को फांसी की सजा नहीं दी जा सकती। शुक्रवार को जेल प्रशासन को अदालत में यह रिपोर्ट दाखिल करनी है।
ब्रेकिंगः देश को दहलाने वाले इस रेप-मर्डर केस में हुआ नया खुलासा, आईपीएस अधिकारी ने सीबीआई कोर्ट में बताया इसके अलावा अदालत ने जेल प्रशासन से कहा है कि इस मामले के दोषी पवन, अक्षय और विनय से जुड़े सारे दस्तावेज-रिपोर्ट सौंपे। इसलिए शुक्रवार को अदालत मामले की दोबारा सुनवाई करेगी।
वहीं, अदालती कार्रवाई के चलते निर्भया के दोषियों की फांसी आगे के लिए टल गई है। इस संबंध में निर्भया की मां ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस देरी के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार है और वह नहीं चाहती है कि फांसी हो।
मीडिया से बातचीत में निर्भया की मां ने कहा, “दिल्ली सरकार फांसी में हो रही देरी के लिए जिम्मेदार है। दोषियों को क्यों फायदा मिल रहा है। सात हो गए मेरी बेटी की हत्या हुए, लेकिन फिर भी मैं न्याय के लिए आज भी लड़ रही हूं। यह सरकार की गलती है। मैं बस एक अदालत से दूसरी अदालत जा रही हूं। मुझे क्यों सजा दी जा रही है।”