हाईप्रोफाइल मामले में राजनीति भी हावी
डौंडी क्षेत्र के इस हाईप्रोफाइल व चर्चित मामले में पुलिस एक्शन मोड में है। बारीकी से जांच कर रही है। वहीं मामले में राजनीति भी हावी हो गई है। इधर पूर्व वन मंत्री ने कहा कि यह मेरे खिलाफ साजिश है। यह भी देखें : आत्महत्या के लिए उकसाने व नौकरी के नाम पर ठगी का मामला
पूर्व वन मंत्री मोहम्मद अकबर, मदार खान, हरेंद्र नेताम व प्रदीप ठाकुर के खिलाफ धारा 108, 3(5) और सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर मदार खान हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि पुलिस का कहना है है कि जांच जारी है। इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे।
अपने घर पर फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
बीते 3 सितंबर को प्रधान पाठक देवेंद्र ठाकुर निवासी ग्राम घोटिया ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। वह नौकरी लगाने के नाम पर लिए गए रुपए के मामले से परेशान था। सुसाइड नोट में इन चार लोगों के नाम लिखे थे।
जांच में हो सकते हैं महत्वपूर्ण खुलासे
पुलिस के अनुसार जांच में कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस धोखाधड़ी में और कितने लोग शामिल हैं। अन्य पीडि़तों के बारे में भी पता चलेगा। सुसाइड नोट और परिवारजनों के बयानों के आधार पर हर एंगल पर जांच की जा रही है। Pradhanpathak suicide case : वनरक्षक और चपरासी की नौकरी के लिए 70 लोगों से 3.70 करोड़ की धोखाधड़ी
दोषियों को मिलनी चाहिए कड़ी सजा
ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानपाठक को इस स्थिति तक पहुंचाने के लिए दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वहीं देवेंद्र के परिजनों ने भी न्याय की गुहार लगाई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मामले ने सरकार और शिक्षा विभाग को किया सतर्क
इस घटना ने शिक्षा जगत और प्रशासन को भी झकझोर दिया है। सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी के मामले ने सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे लोग सरकारी तंत्र और व्यवस्था का फायदा उठाकर लोगों को ठग रहे हैं। घटना से सरकारी संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।