एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लश्कर-ए-तैयबा भारत में बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहा है। इस क्रम में लश्कर आतंकियों ने पिछले कुछ दिनों में वाराणसी की रेकी की है।
रिपोर्ट में तो यहां तक कहा गया है कि लश्कर का खूंखार आतंकी उमर मदनी 7 मई से 11 मई तक वाराणसी में ठहरा था। मदनी ने यहां कई लोगों से मुलाकात भी की थी।
इस दौरान मदनी के साथ किसी नेपाली मूल के आतंकी के होने की भी बात कही गई है। आपको बता दें कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है।
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रिपोर्ट के मुताबिक इस आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए उमर मदनी पर अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को लश्कर से जोड़ने की जिम्मेदारी मिली है।
हालांकि रिपोर्ट से खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं हैं। आपको बता दें कि इससे पहले केरल के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने एक खुफिया सूचना के बाद शुक्रवार को राज्य के सभी 14 जिलों के पुलिस अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए थे।
तमिलनाडु के कोयंबटूर में अलर्ट जारी किया गया था कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छह आतंकवादी श्रीलंका के रास्ते राज्य में घुसे हैं।
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बेहरा ने पुलिस अधिकारियों से बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों, धार्मिक स्थानों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है।
कुछ स्थानों पर केरल की सीमा तमिलनाडु के साथ लगती है। जानकारी के अनुसार, आतंकवादी समूह में एक पाकिस्तानी नागरिक और पांच श्रीलंकाई तमिल हैं।