दोनों हत्याकांड के बाद जिले में पहुंचे नितिन तिवारी ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया। परिजनों से मुलाकात की स्थानीय लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया है। जल्द हुई घटना के खुलासे का दावा कर रहे हैं। लेकिन पुलिस महकमे पर इस बात का दबाव है कि, हाल में हुई घटनाओं से पहले शहर में हुए बड़े हत्याकांड और लूट जैसी वारदातों से पर्दा कब हटेगा।
गौरतलब है कि, 12 जनवरी 2017 कि रात प्रख्यात चिकित्सक डॉ एके बंसल को उनके चेंबर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। डॉ बंसल हत्याकांड के बाद पूरे प्रदेश में सियासत गई थी। कई सफेदपोशों तक हत्याकांड की जांच पहुंची थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था। लेकिन आज तक हाई प्रोफाइल हत्याकांड के शूटर गिरफ्तार नहीं हुए।
वहीं, एक बार फिर अधिवक्ता हत्याकांड और भाजपा नेता की हत्या में शामिल शूटरों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस में 25 -25 हजार कई नाम घोषित करने की बात कही। साथ ही हत्याकांड में शामिल लोगों का सुराग देने वाले को भी इनाम देने की घोषणा की है। वहीं यूको बैंक लूट का मास्टरमाइंड हसन चिकना पर भी पुलिस इनाम घोषित कर रही है।
शातिर शूटर गदऊ पासी वहीं जहां पुलिस को इनाम घोषित करने के बाद अपराधियों को गिरफ्तार करने की उम्मीद है। वहीं बीती घटनाओं के फरार इनामी अपराधी पुलिस के लिए अब तक चुनौती बने हुए। जिनमें शहर के धूमनगंज थाना अंतर्गत रहने वाला गदऊ पासी जो पुलिस रिकॉर्ड में शातिर अपराधी और शूटर है। शहर के जूता व्यापारी हत्याकांड मामले में पकड़ा गया था। गदऊ पासी पर 50 हजार का इनाम घोषित था। गदऊ लंबे समय तक फरार रहे गदऊ पुलिस के हत्थे चढ़ा। लेकिन पेशी के दौरान ने पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा। गदऊ पिछले डेढ़ सालों से फरार चल रहा है।
पूर्व विधायक अशरफ
वहीं बाहुबली अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक अशरफ धूमनगंज थाना अंतर्गत 12 हजार के इनामी अशरफ पर धूमनगंज सहित शहर के अलग-अलग स्थानों में हत्या, धमकी हत्या का प्रयास कब्जेदारी बवाल जैसे कई संगीन मामले दर्ज अशोक के खिलाफ गिरफ्तारी का आदेश जारी हो चुका है। कोर्ट में हाजिर ना होने के चलते पूर्व विधायक अशरफ के घर की तिमारपुर की हो चुकी है। पूर्व एसएसपी आकाश कुलहरि ने पूर्व विधायक अशरफ पर ढाई लाख के ईनाम की संतुति सरकार से की थी।
फरार अतुल पांडेय
वहीं जिले के यमुनापार इलाके के शातिर अपराधी अतुल पांडे सालों से पुलिस की गिरफ्त से फरार है। अतुल पांडे की लंबी क्रिमिनल हिस्ट्री है। अतुल 2013 में पुलिस की गाड़ी से भागने वाले 10 अपराधियों में से एक था। अतुल पर 15 हजार का इनाम घोषित है। अतुल पर इस बात का भी आरोप है कि, फरारी के दौरान पर यमुनापार के इलाकों में अवैध असलहों की सप्लाई करता है।
input प्रसून पांडेय