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जज ने आतंकी करार दिया
बात है रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ के चांदीपुर मिसाइल रेंज की। यह पर तैनात संविदा फोटाग्राफर ईश्वर बेहरा की। इसे चांदीपुर मिसाइल रेंज की संवेदनशील तस्वीरों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को देने का दोषी पाया गया है। इसे बालासोर जिला अदालत ने 121A और 120B के सेक्शन 3, 4, 5 के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इतना ही नहीं जज ने आतंकी करार दिया। बेहरा चांदीपुर स्थित डीआरडीओ के मिसाइल परीक्षण इकाई के अतिसंवेदनशील संस्थान इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज में संविदा कैमरामैन के तौर पर पदस्थ था।
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खातों के पैसों से पकड़ा गया
भारतीय खुफिया एजेंसियों को बेहरा पर शक हो गया और फिर इस पर लगातार निगाह रखी जान लगी। इसके बाद यह पाया गया कि यह मिसाइल टेस्टिंग साइट के पास गया और उसने संवदेनशील फोटो निकाली और वीडियो बनाए। इसके बाद वह कैमरा सही कराने के बहाने से कोलकाता निकल गया। यहां उसने आईएसआई के एजेंट को ये संवेदनशील फोटो और वीडियो दिए। इसके बदले में इसे आईएसआई ने अबुधाबी, मुंबई, मेरठ, आंध्र प्रदेश और बिहार कई खातों में पैसे दिए।
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आईएसआई एजेंटस से लगतार बात
जाचं के दौरान एजेंसियों ने यह पाया कि यह लगातार ही आईएसआई जासूसों से जुड़ा था। दस से अधिक बार तो वह सीधे ही मुलाकात कर चुका था। फोन पर बातों की संख्या तो काफी ज्यादा है। इसी दौरान यह भारतीय खुफिया एजेंसी के राडार पर आ गया और जब निगरानी की गई तो बहुत संवेदनशील सूचनाएं चोरी किए जाने का खुलासा हुआ।