बड़ी खबरः इस दिग्गज नेता ने किया ट्वीट… गौतम गंभीर ने किया रिप्लाई- मुझे आप जी भर कर गाली दीजिए… कस्टम विभाग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने शुक्रवार को बताया, “शुक्रवार को दिन में एक शख्स को ग्रीन चैनल पार करते ही शक के आधार पर रोक लिया गया। यह संदिग्ध शख्स हांगकांग से दिल्ली पहुंचा था।”
बिग ब्रेकिंगः मिशन चंद्रयान-2 पर इसरो ने किया सबसे बड़ा खुलासा… आज सार्वजनिक कर दी वो बात… नहीं होगा सूत्र ने बताया कि सामान की तलाशी लेने पर संदिग्ध के पास से बड़ी संख्या में ड्रोन, मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड मिले। आगे की पूछताछ में पकड़े गए संदिग्ध ने कबूला कि वह इससे पहले की खेप में हांगकांग से ही करीब 10 हजार मेमोरी कार्ड भी तस्करी कर ला चुका था।
कस्टम विभाग के सूत्रों के मुताबिक, “शुक्रवार को जब्त सामान की कीमत करीब 26 लाख रुपये है। जब्त सामान में करीब 10 हजार मेमोरी कार्ड, 5-6 मोबाइल फोन, चार डीजेआई ड्रोन, चार एमआई ड्रोन शामिल हैं।”
इन सामानों को आगे कहां भेजा जाना था? इससे पहले इसी शख्स द्वारा तस्करी करके लाए गए 10 हजार मेमोरी कार्डस का क्या हुआ? ड्रोन्स का इस्तेमाल या फिर सप्लाई कहां होनी थी? इन तमाम सवालों के जवाब तलाशने में कस्टम विभाग जुटा हुआ है।
मिशन चंद्रयान 3 अब करेगा कमाल, क्योंकि इसरो ने किया ऐसा काम कि अब तो यह मिशन फेल नहीं बल्कि करेगा… गौरतलब है कि कुछ महीने पहले दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री कार्यालय (नो फ्लाइंग जोन) के ऊपर अमेरिकी पिता-पुत्र को ड्रोन उड़ाते हुए पकड़ा था। दोनों भारत में टूरिस्ट वीजा पर आए थे।
उस मामले में देश की खुफिया एजेंसियों ने कई दिनों तक पड़ताल की थी। तभी से दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर ड्रोन्स को लेकर नजरें सतर्क हो गई थीं।