दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा इस मामले की जांच कर रही है। इस दंगे के पीछे साजिश रचने के मामले में पुलिस की जांच टीम ने उमर खालिद से पूछताछ की थी। दिल्ली पुलिस ने उमर का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था।
Delhi Riots : पुलिस ने JNU के पूर्व छात्र Umar Khalid से साजिश के इस मामले में की पूछताछ, मोबाइल जब्त दंगे में 53 लोगों की हुई थी मौत दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा लागू संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ 24 फरवरी 2020 को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे में 53 लोगों की मौत हुई थी। इस दंगे में करीब 200 लोग घायल हुए थे। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने इस मामले में कई बड़े नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में सीताराम येचुरी, योगेंद्र यादव, प्रोफेसर अपूर्वानंद व अन्य का नाम भी शामिल है।
दिल्ली पुलिस की जांच जारी दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा था कि वह फरवरी में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में शामिल सभी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। उन लोगों पर पुलिस की खास नजर है जो हिंसा फैलाने की साजिश में शामिल थे या दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक उन्माद भरने की कोशिश कर रहे थे।
JNU देशद्रोह मामला: कन्हैया कुमार बोले- ‘चुनाव से पहले चार्जशीट दाखिल करने के लिए शुक्रिया मोदी जी’ निष्पक्षता पर उठाए जा रहे हैं सवाल इस मामले को लेकर एक अधिकारिक बयान में दिल्ली पुलिस ने कहा था कि दंगे से जुड़े लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों और अन्य ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग कर जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।
जेएनयू कांड में भी हुई थी खालिद की गिरफ्तारी बता दें कि उमर खालिद 2016 में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई कथित देशविरोधी नारेबाजी के मामले में सुर्खियों में आए थे। उक्त मामले में भी खालिद को गिरफ्तार किया गया था। जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ उन्हें भी देशद्रोह मामले के मुख्य आरोपियों में भी शामिल किया गया था।