आत्महत्या के बारे में सपने में भी नहीं सोचा जा सकता है दिनेश के मुताबिक 20 जून को भांजी की शादी के सिलसिले में वह परिवार के साथ दिल्ली गए थे। पांच-छह दिनों तक अपने भाइयों एवं परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हंसी खुशी दिन बिताए। परिवार में सब कुछ ठीक ठाक था। इस कारण आत्महत्या का सपने में भी नहीं सोचा जा सकता है। यह सुनियोजित षडयंत्र कर हत्या का मामला है, जिसके चलते कुछ लोगों ने मिलकर उसके पूरे परिवार को मौत के घाट उतारकर इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की है।
पुरानी रंजिश को लेकर दिया होगा अंजाम यह पूछे जाने पर कि किन लोगों से परिवार की रंजिश हो सकती है। इस पर उसने कहा कि उसकी जानकारी के मुताबिक किसी से भी परिवार की रंजिश नहीं थी, लेकिन यह मामला अब पुलिस के लिए जांच पडताल का विषय है। उन्होंने दिल्ली सरकार से इस मामले की सीबीआई से जांच करवाने की भी मांग की है। दिनेश के अनुसार इस घटना के बाद वह भी काफी भयभीत हैं, क्योंकि जिस तरह उसके पूरे परिवार की हत्या की गई, उससे लगता है कि किसी न किसी पुरानी घटना या रंजिश को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है।
मृतक परिवार का सावा में पुश्तैनी मकान दिल्ली में दिल दहलाने वाली एक घटना में जिन 11 लोगों की एक साथ मौत हो गई, उस परिवार का नाता चित्तौड़गढ़ जिले से भी जुड़ा रहा है, जिनका पुश्तैनी घर जिले के सावा कस्बे में आज भी मौजूद है। जिन दो भाइयों के परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया, उनका एक भाई जिले के रावतभाटा में अपने परिवार के साथ रहता है।