पकड़े गए आरोपियों में मुख्य आरोपी महेन्द्र सिंह उर्फ दिगूभा जाडेजा है। इसके अलावा भावेश सरसिया, धर्मेन्द्र सिंह उर्फ धमो जाडेजा और प्रदीप उर्फ पडियो सरसिया भी शामिल हैं। ये चारों आरोपी देवभूमि द्वारका जिले की खंभालिया तहसील के दांता गांव के रहने वाले हैं।एसएमसी की टीम को सूचना मिली थी कि खंभालिया तहसील के दांता गांव के पास अवैध रूप से लाइसेंस के बिना डीजल की चोरी होने और उस डीजल की बिक्री की जा रही है। इसके आधार पर टीम ने दबिश देकर चार को पकड़ा।
टैंकर चालकों के साथ मिलीभगत से चोरी
सूत्रों के तहत जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी महेन्द्र सिंह उर्फ दिगूभा टेंकर चलाता है। वही टेंकरों से डीजल की चोरी करवाता और फिर उसे अवैध रूप से बेचता था। इस चोरी में कई टेंकर चालकों के साथ उसने मिलीभगत कर रखी है। जो टेंकर इस रास्ते से गुजरते हैं उसके कई चालकों से मिलीभगत करके डीजल की चोरी करते थे।
बड़ी टंकी में करता था संग्रह
आरोपी दिगूभा ने एक घर के आंगन में चोरी के डीजल का संग्रह करने के लिए एक बड़ी टंकी भी बनाई हुई थी। उसी में इसे संग्रह किया जाता था। ज्वलनशील पदार्थ होने के बावजूद भी यहां पर फायर सेफ्टी के कोई साधन नहीं थे।मौके से 800 लीटर के भरे चार बैरल, 40 लीटर का एक, 50, 30 और 20 लीटर के कैरबा भी जब्त किए हैं। इसके अलावा पांच-पांच हजार लीटर की क्षमता वाले चार खाने के साथ टैंकर भी जब्त किया है। डीजल निकालने के लिए उपयोग में लेने की प्लास्टिक की नली, डीजल को मापने का साधन भी जब्त किया है। इस संबंध में आगे की कार्रवाई के लिए आरोपियों और मुद्दामाल को खंभालिया पुलिस को सौंप दिया है।