सचिन तेंदुलकर ने बताया WTC Final में क्यों हारी टीम इंडिया
1. चेतेश्वर पुजारा
टीम इंडिया की दूसरी वॉल कहे जाने वाले खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा का आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बेहद खराब प्रदर्शन रहा है। विराट के बदलाव वाले बयान के बाद पुजारा पर टेस्ट टीम से बाहर किए जाने का खतरा मंडरा रहा है। डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पुजारा ने पहली पारी में 54 गेंदों में 8 रन बनाए तो दूसरी पारी में जब टीम इंडिया को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी तो उन्होंने 80 गेंदों में 15 रनों की पारी खेली। इससे साफ जाहिर हो गया है कि पुजारा अब विराट बिग्रेड में फिट नहीं बैठ रहे हैं।
2. जसप्रीत बुमराह
डब्ल्यूटीसी के फाइनल में तेज गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा निराश किया। दोनों ही पारियों में उनकी झोली खाली रही। जबकि क्रिकेट फैंस को सबसे ज्यादा उन्हीं से उम्मीदें थीं। बुमराह पिछले काफी समय से अपनी छवि के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया अपने साथ कई युवा तेज गेंदबाजों लेकर गई है। ऐसे में पता नहीं कब कौनसा युवा गेंदबाज बुमराह की जगह ले ले और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए।
3. अजिंक्य रहाणे
टीम इंडिया के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे WTC में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में अव्वल भारतीय रहे। उन्होंने 18 टेस्ट में 3 शतक और 6 अर्धशतकों से 42.92 की औसत से 1159 रन बनाए हैं, लेकिन उनका 46.84 का स्ट्राइक-रेट ब्रांड विराट क्रिकेट में फिट नहीं बैठ रहा। रहाणे को अब रन गति बढ़ाने के साथ ही स्थायित्वता पर ध्यान देना होगा। हालांकि, बाकी खिलाड़ियों की बजाय रहाणे का कम खतरा है क्योंकि वह टेस्ट टीम के उप कप्तान हैं। लेकिन उन्हें विराट ब्रांड क्रिकेट में फिट रहने के लिए अपनी रनगति पर विशेष ध्यान देना होगा। क्योंकि केएल राहुल जैसा बल्लेबाज बाहर बैठा हुआ है।
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4.शुभमन गिल
शुभमन गिल भारतीय टेस्ट टीम का भविष्य माना जा रहा है। लेकिन उन्होंने डल्ब्यूटीसी के फाइनल में निराश किया है। वह टीम की जरूरतों पर खरा नहीं उतर पाए। कुछ लोगों का कहना है कि मंयक अग्रवाल जैसा बेहतरीन बल्लेबाज बाहर बैठा तो गिल को क्यों खिलाया गया। वर्ल्ड चैंपियनशिप में गिल ने 8 टेस्ट मे 31.84 के औसत से 4414 रन बनाए। न तो औसत के पैमाने पर भी गिल खरे उतरे और न ही टीम को स्थायित्व साझेदारी देने के लिहाज से। अगर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में गिल की जगह मयंक अग्रवाल की एंट्री होे तो यह चौंकाने वाली बात नहीं होगी।