गौरतलब है कि सतपाल कृष्णन का जिक्र सुरेश रैना ने अपनी आत्मकथा बिलीव में भी किया है। उन्होंने अपनी आत्मकथा में बताया था कि कैसे बचपन में उन्हें क्रिकेट के बारीक गुर सिखाने में सतपाल की क्या भूमिका रही थी। आपको बता देंगे सुरेश रैना ने अपने स्कूली दिनों में उत्तर प्रदेश के गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट कॉलेज में दाखिला लिया था। वहां उन्होंने कक्षा 9 से 12वीं तक की पढ़ाई की, इस दौरान कोच सतपाल ने रैना को उनको बुनियादी खेल मजबूत करना सिखाया था।
अब इस दुख की घड़ी में सुरेश रैना पीछे नहीं हटे हैं और अपने कोच की आर्थिक मदद करने के लिए आगे आए हैं। सतपाल कृष्णन के बेटे जितेन के अनुसार ‘पापा की हालत बहुत नाजुक है। हम सभी उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। अगले 48 घंटे काफी ज्यादा नाजुक हैं, रैना ने संकट की घड़ी में जो परिवार के लिए किया है। हम उनके तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।’
भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और मिस्टर आईपीएल के नाम से मशहूर सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं। साल 2005 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू करने के बाद, सुरेश रैना ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ साल 2018 में खेला। भारत के लिए वह 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 T20 मुकाबला खेल चुके हैं। साथ ही बता दें कि वह भारत की तरफ से क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे।