रिपोर्ट्स के मुताबिक आज गांगुली ने सीएम ममता बनर्जी से सचिवालय में करीब आधे घंटे तक मुलाक़ात की है। दादा पश्चिम बंगाल की किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर अभी कोई अधिकारी घोषणा नहीं हुई है। पिछले कुछ समय से ममता और गांगुली को कई मौकों पर साथ देखा गया है। वहीं कोलकाता में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2023 के दौरान गांगुली को “बंगाल का ब्रांड एंबेसडर” घोषित किया गया था।
एक साल पहले सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह पूर्व दिग्गज गेंदबाज रोजर बिन्नी को नया अध्यक्ष चुना गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक गांगुली को भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधानसभा चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री के चहरे के रूप में राजनीति में उतारना चाहती थी। लेकिन दादा ने तब राजनीति में आने से माना कर दिया था। नतीजन भाजपा को विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी थी और टीएमसी ने सूपड़ा साफ किया था।
दादा के बाद मोहम्मद शामी भी सियासी मैदान पर, BJP की टिकट पर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
भाजपा नेताओं के साथ गांगुली की निकटता की अफवाहें तब बढ़ीं जब उनकी सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई थी। जिसमें वे राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी, सुकांत मजूमदार और गृह मंत्री अमित शाह के साथ घर पर भोजन करते हुए दिखाई दे रहे थे।
आपको बता दें कि बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 22 सीट पर जीत दर्ज़ की थी। वहीं भाजपा ने 18 और कांग्रेस के खाते में दो सीटें आई थी। इस बार ‘इंडिया’ गठबंधन के तहत कांग्रेस और टीएमसी साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं।