न्यूजीलैंड इलेवन के खिलाफ ड्रॉ हुए तीन दिवसीय अभ्यास मैच के बाद मोहम्मद शमी ने पिच को लेकर कहा कि यह थोड़ी हरी थी। दूसरे दिन के मुकाबले पहले दिन विकेट में नमी ज्यादा थी। दूसरे दिन इस पर गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण था। हम इस चुनौती का सामना करना चाहते थे। तीसरे दिन के बारे में बात करते हुए कहा कि शनिवार के मुकाबले ये रविवार को यह सूखा था। इसके अलावा आसमान में बादल भी थे। हालात तेज गेंदबाजों मददगार हो गए। कुल मिलाकर उन्होंने कहा कि पिच पर अच्छा उछाल भी था। यही वजह थी कि इस ट्रैक पर गेंदबाजी करना उन्हें अच्छा लगा। इस तरह के ट्रैक दुर्लभ होते हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि हमारे पास ऐसी क्षमता वाले तेज गेंदबाज हैं, तो निश्चित हमें इसका फायदा मिलेगा। बता दें कि इस मैच में दूसरे दिन गेंदबाजी करते हुए शमी ने तीन विकेट लिए थे। वहीं बुमराह, शमी और नवदीप सैनी ने दो-दो विकेट लिए थे।
इस अभ्यास मैच में कीवी टीम एक ही पारी खेल पाई थी। इसमें गिरे 10 विकेटों में भारतीय तेज गेंदबाजों ने नौ विकेट निकाले थे। शमी ने कहा कि विकेट पर हर दिन तेज गेंदबाजों के लिए मदद थी। अगर विदेशों में आपको इस तरह का विकेट मिलता है, तो ऐसी उछाल, सीम और स्विंग वाली पिच देखकर तेज गेंदबाजों का आत्मविश्वास बढ़ जाता है। आप कंफर्ट जोन में रहते हैं। इसलिए अगर हमें ऐसे मददगार ट्रैक मिलते हैं तो ये हमारे लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि जाहिर है कि कोई भी तेज गेंदबाज इसी तरह की मददगार ट्रैक्स चाहेगा।