संजय बांगड़ को हटा दिया गया है बल्लेबाजी कोच से
विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद नई कोचिंग टीम में संजय बांगड़ को छोड़कर सभी पुराने सदस्यों को बरकरार रखा गया है। उनकी जगह नया बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ को बनाया गया है। बताया जाता है कि सिर्फ उन पर गाज गिरने से बांगड़ चयनकर्ताओं से नाराज चल रहे हैं। इस वजह से वह अपना आपा खो बैठे। इस मुद्दे पर बीसीसीआई का कहना है कि उन्हें इसकी आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है। अगर मुख्य कोच रवि शास्त्री या टीम मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र करते हैं तो संजय बांगड़ से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी और प्रशासकों की समिति के सामने इस मसले को उठाया जाएगा और उन पर कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। लेकिन अगर टीम मैनेजर और मुख्य कोच अपनी रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं करते तो इस मामले को उठाने का कोई मतलब नहीं है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संजय बांगड़ देवांग गांधी के होटल के कमरे में घुस गए थे और उन्होंने उनके साथ तल्ख लहजे में बात की और धमकी दी। बांगड़ ने कहा कि पूरी टीम उनके साथ है, इसलिए बीसीसीआई का बल्लेबाजी कोच से उन्हें हटाने का फैसला उल्टा भी पड़ सकता है। उन्होंने देवांग गांधी से यह भी कहा कि अगर चयनकर्ता उन्हें बल्लेबाजी कोच के तौर पर उनकी भूमिका नहीं देखते तो राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में ही उन्हें कोई भूमिका दे दें।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि पद से हटाए जाने के बाद निराश होना गलत नहीं है, लेकिन किसी को भी इस बात की गारंटी मानकर नहीं चलना चाहिए कि उसे हटाया नहीं जाएगा। मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर का प्रदर्शन अच्छा लगा, इसलिए उन्हें बरकरार रखा गया। संजय बांगड़ को इस बारे में देवांग गांधी से सवाल करने का कोई हक नहीं है। इस बीच हाल में यह भी देखने को मिला है कि टीम में चयन नहीं होने पर खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ आदि सोशल मीडिया पर भड़ास निकाल रहे हैं। बीसीसीआई में इस पर भी चर्चा चल रही है कि ऐसे लोगों पर क्या कार्रवाई की जानी चाहिए।