रोवमैन पॉवेल का प्रदर्शन इस आईपीएल में शानदार रहा है। उन्हें बल्लेबाजी के ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। लेकिन जब भी उनकी बल्लेबाजी आई है उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन कर अपनी छाप छोड़ी है। पॉवेल को आज फ्रेंचाईजी क्रिकेट से करोड़ों रुपये मिल रहे हैं। लेकिन उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता है। जमैका में जन्मा यह स्टार बल्लेबाज आज भले ही लेविस लाइफ जीता हो, लेकिन उसका बचपन संघर्षों से भरा हुआ रहा है। उनकी कहानी जिसने भी सुनी, हैरान रह गया। कभी 11-12 साल के पॉवेल ने अपनी मां से वादा किया था कि वे उन्हें और अपनी छोटी बहन को इस गरीबी से बाहर निकालेंगे। पॉवेल ने अपना वादा निभाया और आज वे अपनी मेहनत से उन्हें एक बेहतर ज़िंदगी दे रहे हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान करेबियाई कप्तान की मां ने खुलासा किया था कि पॉवेल के पिता उन्हें कोख में ही मार डालना चाहते थे। लेकिन उनकी मां ने ऐसा नहीं होने दिया और उन्हें जन्म देने का फैसला किया। पॉवेल का जन्म 23 जुलाई 1993 को जमैका के सेंट कैथरिन में हुआ था। पॉवेल बहुत ही गरीब परिवार से नाता रखते हैं। जब उनका जन्म हुआ था तब परिवार के पास एक समय का खाना खान के भी पैसे नहीं हुआ करते थे।
पॉवेल को कभी उनके पिता का प्यार नहीं मिला। वे आज भी अपने पिता और उनके करीबी रिश्तेदारों से दूरी बनाकर रखते हैं। एक बार पॉवेल से उनके पिता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि मैं कभी उनसे नहीं मिला, लेकिन मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे दुनिया में आने दिया। करेबियाई खिलाड़ी ने कहा, ‘मेरा बचपन बहुत ही मुश्किल में गुजरा है। लेकिन मैंने हमेशा भगवान पर भरोसा रखा है। मैं उन बच्चों को कहना चाहता हूं जिनके पिता उनके साथ नहीं हैं। कोई बात नहीं पिता नहीं हैं तुम्हारे साथ भगवान हैं।’
वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज इयान बिशप ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बात करते हुए बताया था कि जब वे पॉवेल को आईपीएल खेलते हुए देखते हैं तो बेहद खुशी होती है। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज ने कहा था कि , ‘अगर किसी के पास 10 मिनट का समय है, तो जाओ और यूट्यूब पर रोवमेन पॉवेल की जीवन की कहानी देखें। फिर आपको पता लगेगा कि मेरे जैस बहुत सारे लोग उन्हें खेलता देख इतने खुश क्यों हैं। उन्होंने बहुत कठिन दिन देखे हैं। जब वह माध्यमिक विद्यालय में थे तब उन्होंने अपनी मां से वादा किया था कि वह उन्हें गरीबी से बाहर निकालेंगे। वह ऐसा करने के लिए उस सपने को जी रहा है।’