इनसाइड स्पोर्ट्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘ ऐसा नहीं है कि इन खिलाड़ियों पर दबाव डाला जाएगा कि ये एक फॉर्मेट छोड़ दें। लेकिन एक चीज समझनी होगी कि इनकी उम्र 30 से ज्यादा है और भारत के लिए ये काफी अहम प्लेयर हैं। इनको बड़े सीरीज और आईसीसी टूर्नामेंट्स के लिए बेहतरीन तरीके से रोटेट करना काफी जरूरी है। हालांकि कप्तान को लगातार आप रोटेट नहीं कर सकते हैं। टी20 पर इसके बाद ज्यादा फोकस नहीं रहेगा और जब हार्दिक पांड्या, केएल राहुल और ऋषभ पंत तैयार हो जाएंगे तो रोहित शर्मा को धीरे-धीरे इस फॉर्मेट से हटा दिया जाएगा।’
इस मुद्दे पर भारतीय चीफ सलेक्टर चेतन शर्मा ने भी एक बड़ा बयान दिया है। चेतन शर्मा ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा, ‘टूर्नामेंट के बीच में आप किसी से इस बारे में कैसे बात कर सकते हैं। मैं टूर्नामेंट के बीच में किसी से उसके भविष्य के बारे में बात नहीं करने जा रहा, वे दोनों बड़े खिलाड़ी हैं। अगर उन्हें कुछ लगेगा, तो वे खुद आकर हमसे बात करेंगे।’
शर्मा ने आगे कहा, ‘सीनियर खिलाड़ियों से युवा खिलाड़ी काफी कुछ सीख सकते हैं। मैंने कुछ समय में देखा है कि कैसे युवा खिलाड़ियों ने सीनियर खिलाड़ियों के अनुभव से सीखा है। युवा खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ी से सीख सकते हैं कि कैसे मुश्किल हालात में दबाव को झेला जाता है। क्रिकेट के दरवाजे कभी किसी के लिए बंद नहीं होंते। अगर आप प्रोफेशनल क्रिकेट खेल कर रहे हैं, तो उम्र सिर्फ एक नंबर है।’
बता दें विराट कोहली ने अबतक खेलेगए 112 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में 52.27 की औसत से 3868 रन बनाए हैं, वहीं रोहित शर्मा के नाम 145 टी20 मैचों में 31.22 की औसत से 3809 रन दर्ज हैं।