20 जून को खेले गए इस मैच में यॉर्कशर पहले बल्लेबाजी करने उतरी। मैच का 15वां ओवर ब्लैथरविक फेंक रहे थे। इस दौरान मसूद ने एक शॉट खेला। लेकिन उनका पैर विकेट पर लग गया और वे हिट विकेट हो गए। हालांकि गेंद क्रीज से दूर चली गई और नॉन स्ट्राइकर पर खड़े जो रूट ने रन लेने के लिए दौड़ लगा दी। मसूद को पता था कि उनका पैर विकेट पर लग गया है। ऐसे में कंफ्यूज हो गए और रन पूरा नहीं कर सके। विकेटकीपर ने बोलर एंड पर गेंद फेंकी और मसूद को रन आउट भी कर दिया।
मैदान में सभी को लगा की मसूद आउट हो गए हैं। लेकिन वो बच गए। क्योंकि ब्लैथरविक ने ओवरस्टेपिंग की थी और यह गेंद नो थी। नो बॉल होने की वजह से वे हिट विकेट आउट नहीं दिये गए और इस वजह से बॉल डेड हो गई तो रन आउट भी नहीं माना गया।
दरअसल क्रिकेट की नियम बनाने वाली संस्था मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की नियम संख्या 31.7 के मुताबिक, ‘यदि अंपायर को लगता है कि बल्लेबाज गलतफहमी (खुद को आउट मानने) के कारण विकेट छोड़कर आगे निकल आता है, तो उसे नॉट करार दिया जा सकता है। इस दौरान अंपायर बॉल को डेड बॉल मानकर बल्लेबाज को नॉट आउट करार दिया जा सकता है।’