एमएसके प्रसाद ने कहा, वह टीम इंडिया के लिए मजबूत बेंच छोड़कर जा रहे हैं
इस नियम से टीम के माहौल पर पड़ रहा था असर
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि इस नियम में अब बदलाव किया जाएगा। ऐसा देखा जा रहा था कि वर्तमान नियम से टीम के माहौल पर असर पड़ रहा था। इस नियम के कारण कोई खिलाड़ी विजिटर पीरियड के बाद अगर किसी को अपने साथ रखना चाहता है तो उन्हें टीम के कोच और कप्तान से बात करनी पड़ती है। इसमें कई खिलाड़ी सहज नहीं थे। इस वजह से बीसीसीआई इस पर विचार कर रहा है कि अब अगर कोई खिलाड़ी इस अवधि में किसी को अपने साथ रखना चाहता है तो उसे बीसीसीआई से बात करनी होगी।
सीओए की पूर्व सदस्य डायना एडुलजी बीसीसीआई के ताजा फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि सच में इससे टीम का माहौल खराब हो रहा था। यह नियम हट जाने से अब खिलाड़ी अब आपस में सहज रहेंगे। सही बात है कि ऐसे फैसले कप्तान और कोच को नहीं, बल्कि बीसीसीआई को ही लेने चाहिए। कप्तान और कोच को सिर्फ खेल पर ध्यान देना चाहिए।