समर्थन करने वालों का किया शुक्रिया अदा
इस मौके पर इरफान पठान ने टीम के सभी सदस्यों, कोचों, सपोर्ट स्टाफ, प्रशंसकों और उनका समर्थन करने वाले सभी व्यक्तियों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि वह उन सभी साथियों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ का शुक्रिया करते हैं, जिन्होंने उन्हें हमेशा उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वह आधिकारिक रूप से उस खेल को छोड़ रहे हैं, जो उन्हें सबसे अधिक प्यारा है।
एमएसके प्रसाद ने कहा, वह टीम इंडिया के लिए मजबूत बेंच छोड़कर जा रहे हैं
टीम इंडिया का कैप मिलना सबसे खास लम्हा
पठान ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि उनके जिंदगी का सबसे खास लम्हा वह था, जब उन्हें टीम इंडिया की कैप मिली थी। वह क्या इस लम्हे को कोई क्रिकेटर नहीं भूल सकता है, जब वह अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है।
लंबे समय से टीम से थे बाहर
टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पठान को स्विंग का स्वाभाविक खिलाड़ी माना जाता है। जब वह टीम इंडिया में खेलते थे तो दिग्गज बल्लेबाजों पर उनका खौफ रहा करता था। वह 2011-12 के दौरान वह खराब फॉर्म के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए। उसके बाद वापसी नहीं कर सके। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 अक्टूबर, 2012 को आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा।
इरफान पठान के करियर की बात करें तो उन्होंने भारत की ओर से टेस्ट 29 मैच खेले। इस दौरान 31.57 की औसत से एक शतक औक्र छह अर्धशतक की मदद से 1105 रन बनाए। उनके नाम 32.26 की औसत से 100 विकेट हैं। वहीं 120 वनडे में उन्होंने 23.39 की औसत से 1544 रन बनाए हैं। उनके नाम 5 अर्धशतक भी हैं, जबकि उन्होंने 173 विकेट लिए हैं। टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्होंने टीम इंडिया के लिए 24 मैच में में 172 रन बनाए और 28 विकेट लिए हैं।