केविन ओ ब्रायन ने कहा,’आयरलैंड के लिए 15 साल खेलने के बाद मुझे लगता है कि अब वनडे क्रिकेट से दूर होने और संन्यास लेने का सही समय है। 153 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात रही है। मैं उनसे जो यादें लेता हूं वह जीवन भर चलेगी।’ इसके अलावा उन्होंने टी20 क्रिकेट पर बात करते हुए कहा कि टीम के साथ 2006 से उन्होंने कई बेहतरीन पल जिए हैं। तीन विश्वकप, व्यक्तिगत सफलताएं और दुनिया भर की यात्रा करने और खेलने में समय बिताना, लेकिन अब वह अपना पूरा ध्यान T20 क्रिकेट पर लगाउंगा। अगले 18 महीनों में दो विश्व कप के साथ– और टेस्ट क्रिकेट में अपने तीन कैप जोड़ने की उम्मीद है।’
केविन ओ ब्रायन ने बेंगलुरू में 2011 के विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप में सबसे तेज शतक लगाया था। उन्होंने 50 गेंदों में शतक पूरा किया था। केविन ओ ब्रायन ने इस मैच में 63 गेंदों में 113 रन बनाए थे और आयरलैंड ने इस मैच में इंग्लैंड को तीन विकेट से हराया था। आयरलैंड ने इस मैच में इंग्लैंड को तीन विकेट से हराया था। उसने 328 रन के विशाल लक्ष्य को पांच गेंद शेष रहते हासिल कर लिया था।