द आईसीसी रिव्यू के हालिया एपिसोड में पोंटिंग ने कहा, “दो सीजन पहले शायद उनका सबसे खराब सीजन रहा था, लेकिन फिर पिछले साल उन्होंने वापसी की और पुराने एमएस धोनी की तरह कुछ मैचों में वास्तव में प्रभाव डाला। मुझे लगता है कि अब भी ऐसा ही होगा… हो सकता है कि वे उन्हें
आईपीएल पूरे सीजन में न खिला पाएं। वे उन्हें एक मैच में खिलाने के बाद एक में आराम देने के बारे में सोच सकते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे उससे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवा रहे हैं।” पोंटिंग ने धोनी की लंबी अवधि के लिए प्रशंसा व्यक्त की और टीम के कप्तान न होने के बावजूद उनकी मेंटरशिप क्वालिटी की सराहना की।
खिलाड़ी ही नहीं मेंटर होंगे धोनी?
पोंटिंग ने कहा, “वह जिस भी टीम में हो, चाहे वह कप्तान हों या न हों , वह हमेशा उस समूह के लिए मेंटर और लीडर रहेंगे, चाहे वह खेल रहे हों , चाहे वह किनारे पर बैठे हों , वह बस ऐसा ही है…वह चेन्नई के लिए महत्वपूर्ण है, वह नेतृत्व जो वह मैदान पर और मैदान के बाहर लाता है। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी वे होते हैं जो लंबे समय तक इस तरह के उच्च स्तर को बनाए रखने में सक्षम होते हैं… 10, 12, 14 साल के करियर के लिए।” पोंटिंग ने इस बात पर जोर दिया कि धोनी ने स्थिति के अनुसार खुद को ढालने की अपनी अनूठी क्षमता के साथ खेल में प्रभावशाली बने रहने के लिए वर्षों में कैसे विकास किया है। पोंटिंग ने कहा, “वह अब पारी की आखिरी 20 गेंदों पर बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन फिर भी दिखा रहे हैं कि ऐसा करके आप खेल पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।”