दरअसल बीसीसीआई ने वर्ष 2023-24 के लिए के जारी किए गए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में वनडे और टी20 के उपकप्तान हार्दिक पांड्या को ‘ग्रेड ए’ में रखा है। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में चोटिल होने के बाद से पांड्या भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें ग्रेड ए का सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है। वहीं दूसरी ओर विकेट कीपर बल्लेबाज ईशान किशन और दायें हाथ के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने और घरेलू क्रिकेट पर आईपीएल को प्राथमिकता देने के चलते सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर कर दिया गया।
इसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए कुमार ने सभी खिलाड़ियों के लिए नियमों में समानता की मांग की है। प्रवीण ने कहा, ‘हार्दिक पांड्या चांद से थोड़ी उतार के आया है? खेलना पड़ेगा उसको भी। क्यों उनके लिए अलग नियम हैं? उसको भी बोर्ड को धमकाना चाहिए।’
हार्दिक पांड्या को ‘ग्रेड ए’ पर क्यों रखा? BCCI ने दी सफाई, कहा – उन्होंने वादा किया है कि…
हार्दिक पांड्या ने सिलेक्टर्स को भरोसा दिलाया है कि वो घरेलू क्रिकेट में व्हाइट बॉल टूर्नामेंट में जरूर हिस्सा लेंगे। इसपर प्रवीण ने कहा, ‘ वह तीनों फॉर्मेट क्यों नहीं खेलता? सिर्फ व्हाइट बॉल टूर्नामेंट खेलूँगा ये कोई बात नहीं होती। अपने अपने करियर में 70-80 टेस्ट नहीं खेले हैं। जो अब आप कह रहे हैं कि रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलुंगा। देश को आपकी जरूरत है। अगर आप टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते तो लिखकर दें।’प्रवीण ने आगे कहा, ‘अगर आप टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, तो लिखित में दे दें। शायद पंड्या को बता दिया गया है कि उन्हें टेस्ट के लिए नहीं चुना जाएगा। मेरे पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।’