हालांकि भारतीय टीम ने फोलोऑन उतारने के बाद अच्छी खासी बढ़त भी ले ली और फिर मैच को ड्रॉ भी करा दिया। टीम इंडिया ने चायकाल तक अपनी दूसरी पारी में आठ विकेट पर 243 रन बना लिए थे। हालांकि चायकाल तक ऐसा लग रहा था कि इस टेस्ट में भारतीय टीम की हार निश्चित है। लेकिन चायकाल के बाद आखिरी सत्र में स्नेह राणा और तानिया ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए मैच को ड्रॉ करा दिया। भारतीय टीम ने आठ विकेट पर 344 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराया।
स्नेह राणा ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इस डेब्यू टेस्ट में एक रिकॉर्ड भी बनाया। वह डेब्यू टेस्ट में 50 रन से अधिक बनाने वाली और विकेट लेने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं। इसके साथ ही स्नेह ने तानिया के साथ मिलकर 104 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। इससे पहले वर्ष 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ कुलकर्णी और मणिमाला ने 90 रनों की साझेदारी की थी।
मैच के दौरान स्नेह राणा ने 154 गेंदों पर 13 चौके लगाए। वहीं तानिया भाटिया ने 88 गेंदों पर छह चौके लगाए। उनके अलावा शेफाली वर्मा ने 63, दीप्ति शर्मा ने 54, पूनत राउत ने 39, कप्तान मिताली राज ने चार, हरमनप्रीत कौर ने 8, पूजा वस्त्रकर ने 12 और शिखा पांडे ने 18 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से सोफी एकल्सटन ने चार, जबकि नैटली सीवर ने दो और कैथरीन ब्रंट तथा हीटर नाइट ने एक-एक विकेट लिए।