एएफसी (AFC) के महासचिव दाटो विंडसर जॉन ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी। जॉन ने लिखा कि समिति ने एएफसी महिला एशिया कप 2022 फाइनल्स की मेजबानी का अधिकार अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को सौंपे हैं। एआईएफएफ अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल (Prafulla Patel) ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि भारत को मेजबानी के लायक समझने के लिए उन्हें एएफसी का शुक्रिया अदा करना होगा।
12 टीमें लेंगी भाग
प्रफुल्ल पटेने कहा कि यह टूर्नामेंट महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक बात देश में महिला फुटबॉल की है तो इस टूर्नामेंट से सामाजिक क्रांति आएगी। बता दें कि इस टूर्नामेंट में कुल 12 टीमें भाग लेंगी। पिछले एशिया कप में आठ टीमों ने भाग लिया था, लेकिन इस बार से इसे बढ़ा दिया गया है। मेजबान होने के नाते भारत एशिया कप के लिए सीधे क्वॉलिफाई कर गया है। बता दें कि यह टूर्नामेंट फीफा महिला विश्व कप 2023 (Fifa Women World Cup 2023) के लिए अंतिम क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट भी है।
हाल-फिलहाल में कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का आयोजन
भारत को इस टूर्नामेंट की मेजबानी मिलना एआईएफएफ के लिए मनोबल बढ़ाने वाला है। क्योंकि हाल-फिलहाल में भारत को कई बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी मिली है। भारत ने 2016 में एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप (AFC U16 Football Championship) और 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप (Fifa U17 World Cup) की मेजबानी की थी। इसके अलावा फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप (Fifa U17 Women World Cup) की मेजबानी का जिम्मा भी भारत को सौंपा गया है। इसका आयोजन इसी साल होना था, लेकिन कोविड-19 (Covid-19) के कारण अब अगले साल होगा। एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि यह टूर्नामेंट भारत में महिला फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि महिला एशिया कप 2022 से पहले फीफा अंडर-17 महिला विश्व 2020 की मेजबानी भी हमें करना है। इससे भारतीय महिला टीम को लय बनाने में मदद मिलेगी।