दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने शानदार पारी खेलते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाने में मदद की। दोनों प्लेयर्स ने नौवें विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी की और इंग्लैंड के सामने 272 रनों का लक्ष्य रखा। वहीं जब इंग्लैंड लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो टीम इंडिया ने उसे 120 रनों पर आउट कर दिया। इस पर माइकल वॉन ने कहा कि दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें दिन लंच से पूर्व के 20 मिनट के दौरान वह पतन देखने को मिला, जो इंग्लैंड टेस्ट टीम का पिछले कई वर्षों में सबसे बुरा रवैया था।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को रोकने के लिए बाउंसर डाली। हालांकि उनकी रणनीति काम नहीं आई। बुमराह और शमी को जेम्स एंडरसन ने लगातार बाउंसर बॉल डाली। इस बीच तेज गेंदबाज मार्क वुड और विकेटकीपर जोस बटलर से भारतीय खिलाड़ियों की बहस भी हुई। वहीं इंग्लैंड की ‘बाउंसर रणनीति’ काम नहीं आई। बुमराह और शमी ने अपनी बल्लेबाजी से भारत को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया।
इंग्लैंड की इस रणनीति पर माइकल वॉन ने कप्तान जो रूट और कोच क्रिस सिल्वरवुड की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस बारे में बहुत कुछ लिखा और कहा जा चुका है कि जसप्रीत बुमराह को बाउंसर करने की रणनीति इंग्लैंड को उल्टी पड़ी। साथ ही उन्होंने कहा कि कप्तान जो रूट को उनके कुछ सीनियर खिलाड़ियों ने निराश किया। वॉन का कहना है कि जो रूअ को हस्तक्षेप करना चाहिए था,लेकिन मैं कोच से भी हस्तक्षेप की उम्मीद करता था। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सिल्वरवुड ने रूट को यह बताने के लिए किसी को पानी लेकर मैदान पर क्यों नहीं भेजा कि यह सब क्या चल रहा है और वह तुरंत अपनी रणनीति बदले। साथ ही उन्होंने कि, ‘अगर मैं ऐसा करता तो मेरे साथ डंकन फ्लेचर ने ऐसा ही किया होता।