रोहित ने बनाए 19 रन वहीं बुमराह ने झटके 21 विकेट
रोहित ने इस सीरीज में अबतक दो मैच खेले हैं। इनकी तीन पारियों में उन्होंने 6.33 की शर्मनाक औसत से मात्र 19 रन बनाए हैं। वहीं बुमराह ने तीन मैचों में 10.90 की खतरनाक औसत से 21 विकेट झटके हैं। इस दौरान बुमराह ने दो बार पांच और एक बार चार विकेट का आंकड़ा छुआ है।
रोहित शर्मा का शर्मनाक प्रदर्शन
वैसे तो रोहित सलामी बल्लेबाजी करते हैं। लेकिन इस सीरीज में केएल राहुल सलामी बल्लेबाज के तौर पर अच्छी लय में हैं ऐसे में रोहित को नंबर-6 पर खेलना पड़ रहा है। गाबा टेस्ट में रोहित शुरुआत में लय में दिखे और कुछ शानदार शॉट लगाए। लेकिन जल्द ही एडिलेड टेस्ट जैसी ही गलती दोहराते हुए उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया।
रोहित की तकनीकी खामियों पर उठे सवाल
तेज गेंदबाज की एक शॉर्ट पिच गेंद पर कट शॉट खेलने के प्रयास में वह बैकफुट पर कैच थमा बैठे। रोहित के इस तरह आउट होने के बाद क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस ने उनके शॉट चयन और तकनीकी खामियों पर सवाल उठाए हैं। खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में उनकी अस्थिरता और जिम्मेदारी निभाने में असफलता पर चर्चा हो रही है। कप्तान के रूप में भी पूरी तरह फ्लॉप रोहित
कप्तानी में भी रोहित पूरी तरह से फेल हुए हैं। निजी कारणों की वजह से वह इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे। जहां बुमराह ने टीम कि कमान संभाली थी और भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों के बड़े अंतर से हराया था। लेकिन इसके बाद रोहित वापस आ गए और भारत को एडिलेड टेस्ट में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। वहीं गाबा में बारिश ने उन्हें हार से बचा लिया।
रोहित के लिए संघर्ष भरा रहा यह साल
उल्लेखनीय है कि रोहित एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम से जुड़े। इस टेस्ट में उन्होंने 23 गेंदों पर तीन रन और 26 गेंदों पर छह रन बनाकर आउट हुए। रोहित ने तीसरे टेस्ट में भी मध्यक्रम में ही उतरने का फैसला किया। यहां वे 10 रन बनाकर आउट हुए थे। रोहित का इस साल प्रदर्शन खराब रहा है और उन्होंने इस साल अब तक 24 पारियों में 26.39 के औसत से 607 रन बनाए हैं। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में 91 रन बनाए थे।