नए मुख्य कोच सरनदीप के सामने सबसे बड़ी चुनौती दिल्ली को पिछले सीजन के खराब प्रदर्शन के बाद फिर से मजबूत टीम बनाना है। टीम के प्रमुख खिलाड़ी नितीश राणा और ध्रुव शौरी उत्तर प्रदेश और विदर्भ की ओर से खेलेंगे और साथ ही कई तेज गेंदबाजों की चोटों से भी टीम जूझ रही है। पिछले साल दिल्ली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सेमीफाइनल तक पहुंची थी, जहां उसे पंजाब से हार का सामना करना पड़ा। टीम विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट चरणों में प्रवेश करने में असफल रही। रणजी ट्रॉफी में तो उसे पुडुचेरी से घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा था।
दिल्ली रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप डी में तमिलनाडु, सौराष्ट्र, रेलवे, झारखंड, छत्तीसगढ़, असम और चंडीगढ़ के साथ है। टीम 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के खिलाफ रायपुर में अपने रणजी ट्रॉफी सत्र की शुरुआत करेगी। पिछले सीजन डीडीसीए की हाई-परफॉरमेंस ग्रुप के बल्लेबाजी कोच रहे गुरशरण सिंह को सीनियर पुरुष टीम की चयन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इस पैनल में पूर्व दिल्ली मुख्य कोच केपी भास्कर और राजीव विनायक भी शामिल हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज परविंदर अवाना को अंडर-16 टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है।
डीडीसीए ने आगामी घरेलू सत्र के लिए राज्य के लिए मेंटर्स की एक टीम भी बनाई है। पूर्व भारतीय और दिल्ली खिलाड़ी अतुल वासन पुरुषों की व्हाइट-बॉल क्रिकेट के मेंटर होंगे, जबकि पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन सिंह जूनियर रेड-बॉल क्रिकेट के मेंटर होंगे। पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर रीमा मल्होत्रा महिला टीम की मेंटर होंगी।
महिला टीम के लिए पूर्व भारतीय ऑलराउंडर अमिता शर्मा को सीनियर चयन समिति की अध्यक्ष के रूप में बरकरार रखा गया है। स्वर्ण चड्ढा और सुषमा चौधरी इस समिति में शामिल होंगी। अंजू जैन, नेहा तंवर और मंदीप कौर अपने-अपने मुख्य कोच, बल्लेबाजी कोच और फील्डिंग कोच के पद पर बने रहेंगे, जबकि ऋषित सैनी को गेंदबाजी कोच के रूप में शामिल किया गया है।