चैपल ने कहा कि हाल ही में खत्म हुई एशेज सीरीज ने टेस्ट क्रिकेट को राहत की सांस दी है। साथ ही लिखा है कि आने वाले दिनों में टेस्ट क्रिकेट को चुनौतियों का सामना करना है। चैपल ने लिखा है कि जो प्रशासक खेल को संभाल रहे हैं उन्हें जलवायु प्रदूषण पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “जलवायु प्रदूषण खेल के लिए बड़ी चिंता है और इसका समाधान मौन रहने वाले उन राजनेताओं को ढूंढ़ना होगा जो फैसले लेते हैं।”
उन्होंने कहा, “तापमान में भयावह बढ़ोत्तरी खिलाड़ियों की सेहत के लिए खतरनाक है। बारिश के कारण मैच में देरी हो इससे बुरी बात नहीं हो सकती लेकिन सोचिए अगर खिलाड़ी मैदान से गर्मी के कारण बाहर हो तो।”
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा, “यह सच्चाई है कि अगर तापमान बढ़ता है तो खिलाड़ियों को लू से बचाना होगा साथ ही त्वचा को खराब होने से भी बचाना होगा। इस विवादित युग में संघों को सावधानी से आगे बढ़ना होगा।”
चैपल ने कहा है कि दिन में गर्मी की समस्या से बचने के लिए दिन-रात प्रारूप के टेस्ट मैच ज्यादा होने चाहिए